महिला सीआईएसएफ रिजर्व बटालियन को केन्द्र सरकार ने दी मंजूरी
सुरेंद्र मेहता/हप्र
यमुनानगर, 20 नवंबर
औद्योगिक व अन्य संस्थानों को सुरक्षा दायरा प्रदान करने वाले केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) में महिला सीआईएसएफ रिजर्व बटालियन को केन्द्र सरकार ने मंजूरी दे दी है।
यह जानकारी यमुनानगर स्थित दीनबन्धु सर छोटूराम थर्मल पावर प्लांट में सीआईएसएफ यूनिट में असिस्टेंट कमांडेंट के पद पर तैनात टिक्कम सिंह चौहान ने दी। उन्होंने बताया कि अब महिला बटालियन औद्योगिक संस्थानों को सुरक्षा प्रदान करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। सीआईएसएफ ही एक ऐसा बल है, जिसमें पहली केवल महिला सीआईएसएफ रिजर्व बटालियन को मंजूरी मिली है। केन्द्रीय मंत्रालय ने इसका आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने बताया कि यमुनानगर में भी सीआईएसएफ यूनिट की जवानों की मीटिंग ली गई और उन्हें सीआईएसएफ में पहली महिला सीआईएसएफ रिजर्व बटालियन को मंजूरी मिलने पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सीआईएसएफ में जवानों की संख्या 1 लाख 88 हजार के लगभग है। उन्होंने कहा कि एक कमांडेंट के नेतृत्व में कुल 1025 महिला सिपाही तैनात होंगे।
उन्होंने कहा कि केन्द्रीय सुरक्षा बल एक अर्द्धसैनिक बल है, जिसका मुख्य कार्य सरकारी कारखानों एवं अन्य सरकारी उपक्रमों को सुरक्षा प्रदान करना है। सीआईएसएफ सार्वजनिक एवं कुछ निजी उपक्रमों की सुरक्षा के अलावा देश के आंतरिक सुरक्षा, मेट्रो, परमाणु संस्थान व एतिहासिक धरोहरों की भी सुरक्षा प्रदान करने में अपनी भूमिका निभा रहा है।
सीआईएसएफ यमुनानगर में पहले से ही महिला कर्मचारी काम कर रही हैं। इससे यह भी फायदा होगा जो महिला कर्मचारी हैं, उनकी पूरी तरह से जांच महिला सीआईएसएफ कर्मचारी कर सकें। सीआईएसएफ द्वारा सुरक्षा को लेकर तरह-तरह के कार्यक्रम कर कर्मचारियों को जागरूक किया जाता है।
किसी भी घटना के घटने से पहले ही उस पर अंकुश लगाना सीआईएसएफ का मुख्य कार्य है। फिलहाल अभी तक सीआईएसएफ थर्मल की सुरक्षा को लेकर बहुत से कार्य ऐसे किए जा चुके हैं, जो थर्मल पावर प्लांट के लिए लाभदायक सिद्ध हुए हैं।
असिस्टेंट कमांडेंट का कहना है कि यमुनानगर थर्मल पावर प्लांट की सुरक्षा को लेकर पहले भी कोताही नहीं बरती गई थी और आगे भी किसी भी प्रकार की कोताही नहीं बरती जायेगी।