हिमाचल के हिस्से का पैसा नहीं दे रहा केंद्र : नरेश चौहान
शिमला, 17 अगस्त (हप्र)
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के प्रधान मीडिया सलाहकार नरेश चौहान ने आरोप लगाया है कि केंद्र सरकार ने अभी तक हिमाचल को एसडीआरएफ के तहत मिलने वाली 360 करोड़ रुपए की रकम के अलावा बीते सालों की लंबित 316 करोड़ की राशि में से 189 करोड़ ही मुहैया करवाए हैं। यह रकम प्रदेश के हिस्से की है। ऐसे में आपदा-त्रस्त हिमाचल को केंद्रीय मदद का इंतजार है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय टीम प्रदेश में नुकसान का जायजा लेकर लौट गई है, बावजूद इसके केंद्र से प्रदेश को आर्थिक मदद नहीं मिली। नरेश चौहान शिमला में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे।
नरेश चौहान ने कहा कि पहले कुल्लू, मंडी, लाहौल स्पीति व अन्य जिलों में माॅनसून की भारी बारिश ने तबाही मचाई थी और अब शिमला, मंडी व सोलन में 71 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि आर्थिक संकट से जूझ रही प्रदेश सरकार ने केंद्रीय मदद नहीं मिलने के बावजूद राहत कार्यों के लिए धन की कमी आड़े नहीं आने दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू प्रदेश के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का ग्राउंड जीरो पर जाकर जायजा ले रहे हैं।
प्रभावित परिवारों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं।
नरेश चौहान ने कहा कि जिस तरह से प्रदेश के हर हिस्से में नुकसान हो चुका है, वहां पुनर्निर्माण के लिए कम से कम तीन साल लगेंगे। केंद्र सरकार से जो धनराशि प्राप्त हुई है, वह प्रदेश का हिस्सा है। 180-180 करोड़ की धनराशि दो किस्तों में राज्य को मिलती थी। इसे केंद्र सरकार ने राज्य में भारी तबाही के बाद जुलाई माह के तीसरे सप्ताह जारी कर दिया था। उसके तुरंत बाद दिसंबर में मिलने वाली इतनी ही धनराशि को अग्रिम दिया है। इसके अतिरिक्त 315 करोड़ की लंबित धनराशि में से 189 करोड़ प्राप्त हुए हैं जोकि प्रदेश का हिस्सा था। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कुल्लू दौरे के दौरान 400 करोड़ देने की बात कही थी, जो कि एनएच की मरम्मत के लिए एनएचएआई को दिए हैं।