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प्रकाश सिंह बादल की बरसी पर जुटी हस्तियां

07:25 AM Mar 11, 2024 IST
प्रकाश सिंह बादल की बरसी पर जुटी हस्तियां
गांव बादल में रविवार को पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की प्रथम पुण्यतिथि के मौके पर मौजूद ओमप्रकाश चौटाला और अन्य । -पवन शर्मा
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इकबाल सिंह शांत/निस
लम्बी, 10 मार्च
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल की पहली पुण्यतिथि के अवसर पर गांव बादल में आयोजित विशाल श्रद्धांजलि समारोह में हजारों आम लोगों सहित पंजाब, हरियाणा व दिल्ली से बड़ी संख्या राजनीतिक नेताओं, सामाजिक व धार्मिक हस्तियों ने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस मौके चौटाला परिवार से हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला, बिजली मंत्री रणजीत सिंह चौटाला और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला मौजूद थे। पंजाब भाजपा के बड़ी लीडरशिप भी पहुंची।
ओमप्रकाश चौटाला ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल ने अपना सारा जीवन किसानों और मजदूर वर्ग के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने में लगाया। उनकी जीवनशैली व समाज के प्रति पॉजिटिव व्यवहार से बहुत कुछ सीखने लायक है। सुखदेव सिंह ढींडसा ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल जैसा बनना बहुत कठिन है। शिरोमणि अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि बादल साहब देश परस्त नेता थे, सच्चे लोकतंत्रीय व धर्म निरपेक्ष थे। उन्होंने राजनीतिक बदलाखोरी के बजाय हमेशा अपने राजनीतिक विरोधियों का भी सम्मान किया। उन्होने कहा,‘बादल साहब बनना असंभव है, लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि उनकी तरह समुदाय और पंजाब के लिए सब कुछ बलिदान करने के लिए तैयार हूं।’ पंजाब भाजपा के प्रधान सुनील जाखड़ ने प्रकाश सिंह बादल को शिष्टाचार की मिसाल बताते कहा कि वह राजनीति में लंबा जीवन व्यतीत करने के बावजूद हमेशा अहंकार से कोसों दूर रहे। जाखड़ ने बादल के मुख्यमंत्री काल में विधानसभा में बतौर विपक्ष नेता बिताये समय को सत्कारपूर्ण बताते कहा कि मौजूदा पंजाब विधानसभा में आंखें दिखाने वाले बेतुके व्यवहार से कुर्सी की ताकत खुलेआम नजर आती है।
हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने कहा कि किसान हितों के लिए पंजाब में प्रकाश सिंह बादल ने सबसे अधिक संघर्ष किया। दुष्यंत चौटाला ने पंजाबी में कहा कि स्वर्गीय बादल भारत के नेल्सन मंडेला थे, जिनका सारा जीवन आम लोगों की ज़िंदगी को बेहतर बनाने को समर्पित रहा। एसजीपीसी के प्रधान एडवोकेट हरजिन्दर सिंह धामी ने कहा कि आज सभी राजनीतिक पार्टियां महसूस कर रही हैं कि शिरोमणि अकाली दल को मजबूत करना समय की जरूरत है। सीपीआई नेता बंत सिंह बराड़ ने संघवाद को मजबूत करने में अकाली संरक्षक के योगदान की सराहना करते हुए सभी पार्टियों से चंडीगढ़ को पंजाब में स्थानांतरित करने एवं राज्य के नदी जल की रक्षा के अलावा बंदी सिंखों के लिए न्याय सुनिश्चित करने जैसे कार्यों को पूरा करने की अपील की।
सीपीएम नेता सुखविंदर सिंह सेखों ने कहा कि लोकसेवा पूर्व मुख्यमंत्री की राजनीतिक यात्रा का आधार रही है। इस मौके पर आदेश प्रताप सिंह कैरों, हरसिमरत कौर बादल, बिकरमजीत सिंह मजीठिया, अनंतबीर सिंह बादल, परमिन्दर सिंह ढींडसा, सिकन्दर सिंह मलूका, परमजीत सिंह सरना, प्रेम सिंह चन्दूमाजरा, हरदेव स्वर्गिक, गोबिन्द सिंह व अन्य मौजूद थे।

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हम एक झंडे के नीचे इकट्ठा होना चाहते हैं : सुखबीर

बठिंडा (निस) : सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि मेरे पिता के लिए सच्ची श्रद्धांजलि वही होगी, जब पार्टी से बिछड़े हुए साथी भी साथ आयें। भाजपा का नाम लिए बगैर सुखबीर ने कहा कि हम एक झंडे के नीचे इकट्ठा होना चाहते हैं, एकता में ही ताकत है, इसलिए हमें ऐसा करना है। पंजाब भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल को अपना गुरु मानता हूं। मैंने एकलव्य की तरह बादल साहब से दूर रहकर बहुत कुछ सीखा, उन्होंने मेरा अंगूठा नहीं मांगा। मुझे विपक्ष में रहकर भी उनसे बहुत कुछ सीखने का मौका मिला। उनकी सोच पर हम सभी को मिलकर पहरा देना चाहिए।

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