एसजेवीएन के तीन पूर्व अधिकारियों, अन्य पर सीबीआई का शिकंजा
शिमला, 10 जनवरी (हप्र)
सी.बी.आई ने भारत सरकार के सार्वजनिक उपक्रम सतलुज जल विद्युत निगम (एस.जे.वी.एन.) के तीन पूर्व अधिकारियों के अलावा एक निजी कंपनी के दो प्रतिनिधियों व एक अन्य कंपनी के विरुद्ध शिमला थाने में मामला दर्ज किया है। सी.बी.आई. ने प्रांरभिक जांच में एस.जे.वी.एन.एल के महाराष्ट्र के अहमदनगर स्थित पवन ऊर्जा सयंत्र की स्थापना में बरती गई अनियमिताओं को लेकर ये मामला दर्ज किया है।
आरोप है कि कंपनी ने पवन ऊर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए दोषपूर्ण व्यवहार्यता रिपोर्ट प्रदान की थी। ये भी आरोप है कि आरोपियों ने अन्यों के साथ षड्यंत्र रचते हुए खिरविरे/कोंभलाने जिला अहमदनगर (महाराष्ट्र) स्थित एस.जे.वी.एन.एल के पवन ऊर्जा संयंत्र की स्थापना के लिए निविदा विनिर्देशों के अनुसार उपकरणों एवं सामग्री की उचित आपूर्ति व स्थापना सुनिश्चित नहीं की, जिसके परिणामस्वरूप उक्त संयंत्र का प्रदर्शन कम हो गया। ऐसे में एस.जे.वी.एन.एल को लगभग 191 करोड़ रुपए की कथित हानि हुई। इसी संबंध में सी.बी.आई. की अलग-अलग टीमों ने बुधवार को आरोपियों के दिल्ली, गाजियाबाद, गुडग़ांव, समाना (जिला पटियाला, पंजाब) व चेन्नई स्थित परिसरों सहित लगभग 7 स्थानों पर तलाशी ली। सी.बी.आई. ने एस.जे.वी.एन.एल के कार्यकारी निदेशक सेवानिवृत्त आर.के. अग्रवाल, मुख्य महाप्रबंधक (सेवानिवृत्त) संजय उप्पल और उप महाप्रबंधक (सेवानिवृत्त) ए.के. जिंदल के अलावा मैसर्स पावर एनर्जी के प्रतिनिधि कंसल्टेंट्स विनीत शर्मा व सी.एम. जैन सहित मेसर्स गमेसा विंड टरबाइन प्रा. लिमिटेड चेन्नई, अब मेसर्स सीमेंस गेम्सा रिन्यूएबल पावर प्राइवेट लिमिटेड लिमिटेड चेन्नई सहित अन्यों के खिलाफ केस दर्ज किया है।