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बालासोर ट्रेन हादसे की सीबीआई जांच शुरू

11:36 AM Jun 07, 2023 IST
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नयी दिल्ली/ बालासोर, 6 जून (एजेंसी)

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सीबीआई ने बालासोर रेल दुर्घटना मामले में मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी। अधिकारियों ने बताया कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों के साथ सीबीआई अधिकारियों की एक टीम ओडिशा के बालासोर जिले में पहुंच गई है। केंद्रीय एजेंसी की 10 सदस्यीय टीम ने पटरियों और सिग्नल रूम का निरीक्षण किया और बाहानगा बाजार रेलवे स्टेशन पर तैनात रेल अधिकारियों से पूछताछ की। सीबीआई अधिकारियों के साथ आई फॉरेंसिक टीम ने भी सिग्नल रूप के कर्मचारियों से बात की और विभिन्न उपकरणों के उपयोग एवं उनके काम करने के तरीकों की जानकारी प्राप्त की। सीबीआई हादसे की आपराधिक कोण से जांच करेगी, क्योंकि रेलवे ने हादसे के पीछे तोड़फोड या बाहरी हस्तक्षेप की आशंका जताई है। रेलवे सुरक्षा आयुक्त और जीआरपी भी जांच कर रही है।

उल्लेखनीय है कि 2 जून को दो यात्री ट्रेनों और एक मालगाड़ी के दुर्घटनाग्रस्त होने से 278 लोगों की जान गई थी और करीब 1200 लोग घायल हुए थे। दक्षिण पूर्वी रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आदित्य चौधरी ने कहा, ‘सीबीआई सभी पहलुओं की जांच करेगी। वह जानकारी एकत्र कर रही है और रेलवे इसमें पूरा सहयोग करेगा।’

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करंट से भी हुईं कई मौतें : इस मामले की प्राथमिकी में कहा गया है कि कई मौतें टक्कर और रेलवे लाइन के ऊपर से गुजरने वाले तारों के टूटने से करंट लगने के कारण हुईं। अधिकारियों ने कहा कि ट्रेन दुर्घटना में कोच पलटने से बिजली के खंभे टूट गए और ओवरहेड तार नीचे गिर गए।

101 शवों की शिनाख्त नहीं, डीएनए सैंपलिंग शुरू

भुवनेश्वर (एजेंसी) : बालासोर ट्रेन हादसे में जान गंवाने वाले 101 लोगों के शव अभी भी यहां के विभिन्न अस्पतालों के मुर्दाघरों में पड़े हैं, क्योंकि उनकी शिनाख्त नहीं हो सकी है। इस बीच, भुवनेश्वर स्थित एम्स ने शवों की पहचान के लिए अपने रिश्तेदारों की तलाश कर रहे लोगों के डीएनए नमूने लेने शुरू कर दिए हैं। एम्स के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अब तक 10 लोगों के सैंपल लिए गए हैं। शवों को अब पांच कंटेनरों में स्थानांतरित कर दिया गया है, जहां उन्हें लंबे समय तक संरक्षित किया जा सकता है। कुल 278 मृतकों में से 177 की पहचान कर ली गई है। झारखंड के एक परिवार ने मंगलवार को आरोप लगाया कि उन्होंने सोमवार को उपेंद्र कुमार शर्मा के शव की पहचान की थी, लेकिन इसे मंगलवार को किसी और को सौंप दिया गया। हालांकि, एम्स ने कहा कि विस्तृत जांच के बाद शव सौंपे जा रहे हैं। यह सही है कि एक से अधिक परिवार एक ही शव पर दावा कर रहे हैं और इसके लिए डीएनए नमूने लिए जा रहे हैं। डीएनए नमूनों की जांच रिपोर्ट आने में कम से कम 7 से 10 दिन का समय लग सकता है।

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