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कैबिनेट में बना जातिगत संतुलन, क्षेत्रीय समीकरण फिर से बिगड़े

07:25 PM Mar 19, 2024 IST
कैबिनेट में बना जातिगत संतुलन  क्षेत्रीय समीकरण फिर से बिगड़े
Ambala City MLA Aseem Goel takes oath as MoS during oath taking ceremony at Raj Bhawan in Chandigarh on Tuesday. TRIBUNE PHOTO: RAVI KUMAR
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सबसे पावरफुल हुआ अंबाला पार्लियामेंट, सीएम सहित चार विधायक एडजस्ट

दिनेश भारद्वाज

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ट्रिब्यून न्यूज सर्विस

चंडीगढ़, 19 मार्च

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हरियाणा मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद जातिगत संतुलन तो काफी हद तक बन गया है, लेकिन क्षेत्रीय समीकरण इस बार भी बिगड़े हुए हैं। रोहतक, झज्जर, सिरसा, नूंह व चरखी दादरी ऐसे जिले हैं, जहां 2019 के विधानसभा चुनावों में भाजपा अपना खाता ही नहीं खोल पाई थी। वहीं पलवल, कैथल, सोनीपत, फतेहाबाद, जींद में पार्टी विधायक होते हुए भी किसी का नंबर कैबिनेट में नहीं पड़ा है। अंबाला पार्लियामेंट सरकार के हिसाब से सबसे पावरफुल बन गया है।

कैबिनेट के मौजूदा स्ट्रक्चर के हिसाब से ‘सरकार’ जीटी रोड पर नज़र आ रही है। पानीपत से लेकर यमुनानगर-पंचकूला तक मुख्यमंत्री से स्पीकर व मंत्रियों का बोलबाला रहेगा। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी मूल रूप से अंबाला जिला के रहने वाले हैं। वे 2014 में नारायणगढ़ से विधायक भी रहे हैं। बेशक, उन्हें करनाल हलके से उपचुनाव लड़वाने का फैसला लिया है ताकि करनाल सीएम सिटी बना रहे लेकिन उनकी गिनती अंबाला जिला में ही होगी।

यमुनानगर के जगाधारी से विधायक कंवर पाल गुर्जर को नंबर-2 का कैबिनेट मंत्री बनाया हुआ है। पंचकूला विधायक ज्ञानचंद गुप्ता विधानसभा अध्यक्ष हैं और वे भी अंबाला पार्लियामेंट के अंतर्गत आते हैं। इसी तरह अंबाला सिटी से विधायक असीम गोयल को स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री बनाया है। हालांकि मनोहर सरकार में भी अंबाला पार्लियामेंट का बोलबाला था। एक समय तो ऐसा था जब यहां से सांसद रहे स्व़ रतनलाल कटारिया भी केंद्र में राज्य मंत्री थे। वहीं अंबाला कैंट विधायक अनिल विज गृह व स्वास्थ्य मंत्री थे।

ऐसे में कहा जा सकता है कि भाजपा ने इस पार्लियामेंट का दबदबा पहले की तरह बनाकर रखा है। अलबत्ता इस पार्लियामेंट को पहली बार मुख्यमंत्री मिला है। जीटी रोड बेल्ट के थानेसर (कुरुक्षेत्र) हलके से विधायक सुभाष सुधा की भी कैबिनेट में एंट्री हो गई है। मनोहर सरकार में कुरुक्षेत्र जिला के पिहोवा हलके से सरदार संदीप सिंह विधायक थे। जूनियर महिला कोच से यौन उत्पीड़न के आरोप झेल रहे संदीप सिंह को अब कैबिनेट से बाहर कर दिया है।

करनाल जिला की पांच विधानसभा सीटों में से तीन भाजपा को देने वाली यह जिला फिलहाल सत्ता में भागीदार नहीं है। हालांकि करनाल को यह सीएम सिटी ही रखने का ऐलान पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल कर चुके हैं। उनके द्वारा खाली की गई करनाल सीट पर होने वाले उपचुनाव में सीएम नायब सिंह सैनी चुनाव लड़ेंगे। जीट रोड बेल्ट की पानीपत ग्रामीण सीट से भाजपा ने महिपाल ढांडा को राज्य मंत्री बनाया है।

कैथल के चार हलकों में से दो – कलायत व कैथल से भाजपा विधायक हैं। मनोहर सरकार में कलायत विधायक कमलेश ढांडा राज्य मंत्री थीं, लेकिन इस बार उनका नंबर नहीं लगा है। पुंडरी से निर्दलीय विधायक रणधीर सिंह गोलन सरकार को समर्थन दे रहे हैं और उन्हें मंत्री बनाए जाने की संभावना थी, लेकिन वे भी कैबिनेट में जगह नहीं बना सके। सोनीपत जिला की छह सीटों में से दो – राई में मोहनलाल बड़ौली और गन्नौर में निर्मल रानी विधायक हैं। इस जिले को भी सरकार में प्रतिनिधित्व नहीं मिला है।

भव्य बिश्नोई का कटा पत्ता

आदमपुर से भाजपा विधायक कुलदीप बिश्नोई के कैबिनेट में शामिल होने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन उन्हें जगह नहीं मिल पाई। हिसार विधायक कमल गुप्ता कैबिनेट में हैं। वहीं इस जिले के नलवा हलके से विधायक रणबीर सिंह गंगवा को विधानसभा में डिप्टी स्पीकर बनाया हुआ है। बताते हैं कि भव्य बिश्नोई को कैबिनेट में शामिल करवाने के लिए लॉबिंग भी हुई, लेकिन बात नहीं बन पाई।

कांडा समर्थकों में भी मायूसी

सरकार को शुरू से ही समर्थन दे रहे सिरसा से हलोपा विधायक गोपाल कांडा को वैश्य कोटे से मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की अटकलें कई दिनों से लगाई जा रही थीं। सूत्रों का कहना है कि केंद्रीय नेतृत्व से उनके नाम को हरी झंडी नहीं मिली। भाजपा सिरसा जिला में खाता नहीं खोल पाई थी। रानियां से निर्दलीय विधायक चौ़ रणजीत सिंह को सरकार ने दूसरी बार कैबिनेट मंत्री बनाया है। वहीं गठबंधन सरकार में टोहाना से जजपा विधायक देवेंद्र बबली कैबिनेट मंत्री थे। रतिया विधायक लक्ष्मण नापा को मंत्री बनाए जाने की उम्मीद थी लेकिन जातिगत समीकरणों के चलते वे कैबिनेट में नहीं आ सके।

पार्लियामेंट वाइज ऐसे समझें गणित

अंबाला : सीएम नायब सैनी के अलावा स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता, कैबिनेट मंत्री कंवर पाल और अंबाला सिटी विधायक असीम गोयल की एडजस्टमेंट

कुरुक्षेत्र : थानेसर विधायक सुभाष सुधा को बनाया राज्य मंत्री। कलायत विधायक कमलेश ढांडा और पिहोवा विधायक सरकार संदीप सिंह की छुट्टी

करनाल : पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा बने राज्य मंत्री। सीएम लड़ेंगे करनाल हलके से उपचुनाव। पूर्व सीएम इस बार बने लोकसभा प्रत्याशी

सोनीपत : किसी भी विधायक को नहीं मिला सरकार में शामिल होने का मौका। सोनीपत में दो व जींद जिले में है भाजपा का एक विधायक

हिसार : विधायक कमल गुप्ता को दूसरी बार बने मंत्री। बवानीखेड़ा के बिशम्बर वाल्मीकि राज्य मंत्री और नलवा विधायक रणबीर सिंह गंगवा डिप्टी स्पीकर

सिरसा : रानियां से निर्दलीय विधायक चौ़ रणजीत सिंह कैबिनेट मंत्री। फतेहाबाद व रतिया में भाजपा विधायक। किसी का नहीं लग पाया नंबर

भिवानी-महेंद्रगढ़ : लोहारू विधायक जयप्रकाश दलाल दूसरी बार बन चुके कैबिनेट मंत्री। अब नांगल-चौधरी विधायक अभय सिंह यादव को बनाया राज्य मंत्री

गुरुग्राम : यहां से सांसद राव इंद्रजीत सिंह केंद्र में मंत्री हैं। बावल विधायक डॉ़ बनवारी लाल कैबिनेट मंत्री हैं। अब सोहना विधायक संजय सिंह बने राज्य मंत्री

फरीदाबाद : मौजूदा सांसद कृष्णपाल गुर्जर केंद्र में मंत्री हैं। बल्लबगढ़ विधायक मूलचंद शर्मा कैबिनेट मंत्री हैं। बड़खल विधायक सीमा त्रिखा बनीं राज्य मंत्री

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