जजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष केसी बांगड़ सहित 14 पर चलेगा केस
चंडीगढ़, 14 जून (ट्रिन्यू)
जजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ़ केसी बांगड़ की मुश्किलें बढ़ गई हैं। साथ ही, उन 13 लोगों पर भी अब भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा चलेगा, जो केसी बांगड़ के साथ चौटाला सरकार में हरियाणा लोकसेवा आयोग के सदस्य थे। उस समय बांगड़ आयोग के चेयरमैन थे। यह 19 साल पुराना मामला है। एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा एफआईआर दर्ज की हुई है, लेकिन इस मामले में कार्रवाई अब आगे बढ़ेगी। राष्ट्रपति द्रौपर्दी मुर्मू ने इस केस में भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मुकदमा चलाने की मंजूरी दे दी है। बांगड़ और उनके साथ उस समय आयोग में सदस्य रहे 13 लोगों पर पद का दुरुपयोग करने के आरोप लगे हैं। इन 13 सदस्यों में कालका से कांग्रेस के मौजूदा विधायक प्रदीप चौधरी भी शामिल हैं। उस समय चौधरी इनेलो में हुआ करते थे। आयोग के पूर्व सदस्यों में एमएस शास्त्री, दयाल सिंह, नरेंद्र विद्यालंकार, जगदीश राय, एनएन यादव, डूंगर राम, चट्टर सिंह, युद्धबीर सिंह, सतबीर सिंह, रणबीर हुड्डा, ओपी बिश्नोई और केसी बांगर की पत्नी संतोष सिंह के नाम शामिल हैं।
इनेलो में बिखराव होने के बाद जब जजपा का गठन हुआ तो केसी बांगड़ भी इनेलो छोड़कर डॉ़ अजय सिंह चौटाला के नेतृत्व वाली जजपा में शामिल हो गए थे। उनकी गिनती पार्टी के थिंक टैंकों में होती है। बांगड़ को प्रदेश सरकार ने हरियाणा पर्यावरण विभाग में सलाहकार, जलवायु परिवर्तन सदस्य के रूप में नियुक्त किया हुआ है। आरोप हैं कि उस समय के आयोग ने परीक्षाओं में अपने आधिकारिक पद का दुरुपयोग किया।
दरअसल, सरकार ने 14 दिसंबर, 2022 को आयोग के पूर्व चेयरमैन और सदस्यों के खिलाफ 2001 और 2004 की हरियाणा सिविल सेवा (कार्यकारी शाखा) और संबद्ध सेवाओं की परीक्षा और चयन में अपने पद के दुरुपयोग के आरोपों के मामले में मुकदमा चलाने की मंजूरी जारी करने का अनुरोध भेजा था।