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फतेहाबाद में 7, बाबैन में 8 किसानों, सिरसा में 3 महिलाओं पर केस दर्ज

10:53 AM Oct 23, 2024 IST
गुहला में मंगलवार को किसानों पर दर्ज किए जा रहे मुकद्दमों के विरोध में तहसीलदार मनजीत मलिक को ज्ञापन सौंपते किसान। -निस

फतेहाबाद, सिरसा, बाबैन, पानीपत, 22 अक्तूबर (हप्र/निस)
जिला प्रशासन ने पराली जलाने की घटनाओं पर नियंत्रण पाने के लिए सख्त कदम उठाना शुरू कर दिया है। अब तक फतेहाबाद में 7 किसानों, सिरसा में 3 महिलाओं और बाबैन में 8 किसानों के खिलाफ कुल 18 मामले दर्ज किए गए हैं। मुख्य सचिव के आदेश के तहत यदि किसी किसान या व्यक्ति को पराली जलाने में संलिप्त पाया जाता है, तो उनके खिलाफ तुरंत एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया गया है। जिन किसानों की रेड एंट्री होगी, वे आगामी दो सीज़न में एमएसपी पर अपनी फसल नहीं बेच सकेंगे।
फतेहाबाद की उपायुक्त मनदीप कौर ने जानकारी दी कि हालात सकारात्मक हैं, क्योंकि पराली जलाने की कोई नई लोकेशन नहीं मिली है। उन्होंने बताया कि जिन क्षेत्रों में पराली जलाने की घटनाएं हो रही हैं, वहां के 14 पटवारी और अन्य 20 कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इस कार्रवाई के तहत 3 कर्मचारियों को निलंबित भी किया गया है। वहीं, वायु गुणवत्ता इंडेक्स 220 से ऊपर पहुंच गया है, जिसके चलते मौसम में बदलाव देखा गया है।
सिरसा जिले में, सदर थाना पुलिस ने पराली के अवशेषों में आग लगाने के मामले में तीन महिलाओं के खिलाफ कार्रवाई की है। जिला उपायुक्त के निर्देश पर एक टीम ने गांव नेजाडेला क्षेत्र में निरीक्षण के दौरान आग लगी हुई पाई। पुलिस ने मोनारानी, रेणु बांसल और उषा रानी के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं।
बाबैन क्षेत्र में उप निदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की शिकायत पर आठ किसानों के खिलाफ पराली जलाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है। इन किसानों पर आरोप है कि उन्होंने उपायुक्त कुरुक्षेत्र के आदेशों की अवहेलना करते हुए अपने खेतों में धान के अवशेषों को जलाया है। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।
गुहला चीका में किसान संगठनों ने पराली जलाने पर प्रशासन द्वारा दर्ज मुकद्दमों और किसानों को ब्लैक लिस्ट करने के विरोध में मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। भारतीय किसान यूनियन के प्रतिनिधियों ने कहा कि धान के अवशेष जलाने के कारण किसानों को गिरफ्तार करना और उन्हें ब्लैक लिस्ट करना निंदनीय है। उन्होंने किसानों की समस्या को उठाते हुए मांग की कि सरकार बड़े स्तर पर संसाधन उपलब्ध कराए, ताकि वे पराली का प्रबंधन कर सकें।
पानीपत में प्रशासन ने किसानों को जागरूक करने के लिए नंबरदारों का सहयोग लेने का निर्णय लिया है। एसडीएम ब्रहम प्रकाश ने नंबरदारों की बैठक में उन्हें पराली जलाने की घटनाओं पर रोक लगाने की अपील की। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के एसडीओ देवेंद्र कुहाड ने बताया कि सभी नंबरदार अपने-अपने गांव में जाकर किसानों को पराली न जलाने की अपील करेंगे।

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