फतेहाबाद में 6 महिलाओं सहित 8 किसानों पर केस
फतेहाबाद, 7 नवंबर (हप्र)
जिले में पराली जलाने के मामले बढ़ते जा रहे हैं। अब तक कृषि विभाग को आग लगने की 75 लोकेशन मिल चुकी हैं। जिसमे दो मामले गैरकिसानों के मिले। बृहस्पतिवार को वायु प्रदूषण बद से बदतर स्थिति में चला गया है। सुबह से ही घने स्मॉग की चादर से पूरा आसमान घिरा हुआ है। जिसके कारण फतेहाबाद क्षेत्र में बृहस्पतिवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 220 के करीब पहुंच गया। पराली जलाने के मामलों में अब तक विभाग 29 किसानों से 72 हजार 5 सौ रुपए जुर्माने के तौर पर वसूल चुका है। कृषि विभाग ने बुधवार को गांव कुक्कड़वाली की 6 महिलाओं तथा बृहस्पतिवार को 2 किसानों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई। अब कृषि विभाग जुर्माने की बजाय एफआईआर ही दर्ज करवाता है।
हालांकि बृहस्पतिवार को केंद्र सरकार ने पराली जलाने पर जुर्माने की राशि कई गुणा बढ़ा दी, लेकिन इसके आदेश अभी तक यहां नहीं आए। कृषि विभाग के उप निदेशक राजेश सिहाग ने बताया कि बढ़े हुए जुर्माने के आदेश उनके पास अभी नहीं आए। उन्होंने बताया कि इस बार पराली जलाने के मामलों में बीते साल की अपेक्षा 75 फीसदी की कमी है।
उकलाना में भी जल रही पराली
उकलाना मंडी (निस) : पराली जलाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं( पराली जलाने वाले लोग अब प्रशासन की नजरों से बचने के लिए नई रणनीति अपना रहे हैं। वे रात के समय धान के अवशेषों को आग लगाते हैं, ताकि सुबह तक खेत तैयार हो जाए और पराली जलाने के सबूत मिट जाएं। जैसे ही रात होती है, क्षेत्र के खेतों में पराली जलने का सिलसिला शुरू हो जाता है। बुढाखेड़ा से बिठमड़ा रोड पर धुएं के गुबार नजर आते हैं।