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बिहार में गिरफ्तार परीक्षार्थियों ने माना 32 लाख में खरीदा पेपर

07:24 AM Jun 21, 2024 IST
बिहार में गिरफ्तार परीक्षार्थियों ने माना 32 लाख में खरीदा पेपर
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अक्षीव ठाकुर / ट्रिन्यू
नयी दिल्ली, 20 जून
नीट-यूजी प्रश्न पत्र लीक के आरोपों के बीच, बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई द्वारा गिरफ्तार किए गए चार उम्मीदवारों ने कबूल किया कि वे परीक्षा की पूर्व संध्या पर पटना के रामकृष्ण नगर में एकत्र हुए थे, जहां उन्हें प्रश्न पत्र मिला। पुलिस द्वारा साझा किए गए उनके हलफिया बयानों से पता चला कि चारों छात्रों ने पेपर की सौदेबाजी 32 लाख रुपये में की। पुलिस ने दो मुख्य आरोपियों, नीतीश कुमार और अमित आनंद को गिरफ्तार कर लिया है, जिन्होंने अपना अपराध भी कबूल कर लिया है।
आरोपी नीतीश ने पुलिस को बताया कि वह अमित के साथ अपने दोस्त सिकंदर पी यादवेंदु से दानापुर नगर परिषद कार्यालय में मिले, जहां वह जूनियर इंजीनियर के रूप में काम करता है। वहां उसे बताया कि वे किसी भी प्रतियोगी परीक्षा के प्रश्न पत्र को लीक कर सकते हैं। नीतीश ने अपने इकबालिया बयान में कहा, ‘यादवेन्दु ने हमसे पूछा कि क्या हम उन 4-5 लड़कों की मदद कर सकते हैं जो नीट-यूजी की तैयारी कर रहे हैं। हमने उससे कहा कि 30-32 लाख रुपये खर्च होंगे। यादवेंदु ने हां कर दी और कहा कि वह हमें छात्रों से मिलवाएगा।’ बिहार लोक सेवा आयोग के प्रश्नपत्र लीक करने के आरोप का सामना कर रहे नीतीश ने यह भी खुलासा किया कि 4 मई की रात को उम्मीदवारों को उत्तर के साथ-साथ प्रश्न भी याद कराए गए थे।
अपराध कबूलने वाले अमित ने कहा कि यादवेंदु की गिरफ्तारी के बाद उसने प्रश्नपत्र जला दिए।
पुलिस को दिए बयान में उसने कहा कि छापेमारी के दौरान पुलिस को पेपर के जले हुए टुकड़े भी मिले। पटना के शास्त्री नगर पुलिस स्टेशन को दिए गए अपने स्वीकारोक्ति पत्र में, एनईईटी-यूजी देने वाले एक उम्मीदवार अनुराग यादव (22) ने कहा कि उसे अपने चाचा यादवेंदु का फोन आया, और उसे परीक्षा की तैयारी के रूप में कोटा से लौटने के लिए कहा। उसने कहा, ‘मैं 4 मई की रात को अमित और नीतीश से मिला। मुझे उत्तरों के साथ एक प्रश्न पत्र दिया गया और उस रात इसे याद करने के लिए कहा गया। अगले दिन मुझे पेपर में वही प्रश्न मिले जो मैंने याद किए थे। परीक्षा के बाद पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया। बजाया गया कि एक अन्य छात्र शिवनंदन कुमार ने भी यही बात कबूली।  इस बीच, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से रिपोर्ट तलब की है।

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