कैबिनेट ने नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन को दी मंजूरी
नयी दिल्ली, 29 जनवरी (एजेंसी)
महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को 16,300 करोड़ रुपये के ‘नेशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन’ (एनसीएमएम) को स्वीकृति दी। इस मिशन को अगले सात वर्षों में सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों से 18,000 करोड़ रुपये का निवेश भी मिलने का अनुमान है। देश के भीतर और अपतटीय स्थानों पर महत्वपूर्ण खनिजों की खोज को बढ़ावा देने पर यह निवेश किया जाएगा। तांबा, लिथियम, निकेल, कोबाल्ट और दुर्लभ पृथ्वी खनिज जैसे महत्वपूर्ण खनिज तेजी से बढ़ती हरित ऊर्जा प्रौद्योगिकियों के विकास में अहम भूमिका निभाएंगे। पवन टर्बाइन और बिजली नेटवर्क से लेकर इलेक्टि्रक वाहनों और बैटरी निर्माण तक में इनका इस्तेमाल कच्चे माल के तौर पर बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में यह मिशन शुरू करने का फैसला किया गया। सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल की बैठक के बाद कहा कि एनसीएमएम का उद्देश्य महत्वपूर्ण खनिजों के आयात पर देश की निर्भरता को कम करना और इस मामले में आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करना है।’
एथनॉल के खरीद मूल्य में बढ़ोतरी : केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आपूर्ति वर्ष 2024-25 के लिए सी श्रेणी के शीरा से प्राप्त एथनॉल की कीमत (एक्स-मिल) 1.69 रुपये बढ़ाकर 57.97 रुपये प्रति लीटर करने को मंजूरी दी है। एथनॉल का आपूर्ति वर्ष एक नवंबर से 31 अक्तूबर तक चलता है। चीनी उद्योग के उप-उत्पादों से एथनॉल उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मूल्य वृद्धि ऐसे समय में की गयी है, जब भारत 2025-26 तक पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथनॉल मिश्रण के अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए प्रयास कर रहा है। बी श्रेणी के भारी शीरा और गन्ना रस/ चीनी/ शीरा से उत्पादित एथनॉल की कीमतें क्रमशः 60.73 रुपये प्रति लीटर और 65.61 रुपये प्रति लीटर पर यथावत रखी गयी हैं।