समृद्ध संभावनाओं वाला सीए का शानदार पेशा
अशोक जोशी
सीए यानी चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने का सपना लाखों युवाओं का होता है, लेकिन वही बन पाता है. जिसमें मन लगाकर परिश्रम करने की क्षमता होती है। सीए बनने के लिए विभिन्न प्रकार व स्तरों की परीक्षाओं से गुजरना होता है। सबसे पहले 12वीं कक्षा पास करना आवश्यक है। कॉमर्स स्ट्रीम में निर्धारित अंकों के साथ ग्रेजुएशन या पोस्ट-ग्रेजुएशन के बाद सीए आईपीसी परीक्षा के लिए आवेदन करने की पात्रता मिल जाती है। सीए की नौकरी भारत में प्रतिष्ठित मानी जाती है। इस नौकरी में बेहतर वेतन के साथ में इज्जत भी मिलती है।
क्या करते हैं चार्टर्ड अकाउंटेंट
सीए का काम वित्तीय लेखा-जोखा तैयार करना, वित्तीय सलाह देना, ऑडिट अकाउंट का विश्लेषण करना और टैक्स से संबंधित काम करना होता है। साथ ही टैक्स के भुगतान का हिसाब-किताब भी सीए के जिम्मे ही होता है। यह बेहतरीन पोस्ट है। किसी भी अकाउंटेंट का रूतबा डॉक्टर या इंजीनियर जैसा होता है। सीए के काम में फाइनेंशियल सिस्टम और बजट की मैनेजमेंट करना ,क्लाइंट के साथ संपर्क करना, फाइनेंशियल जानकारी देना, कंपनी के सिस्टम का रिव्यू और जोखिम का एनालिसिस करना शामिल है वहीं टैक्स प्लनिंग पर ग्राहकों को सलाह देना, अकाउंटिंग रिकॉर्ड्स को मेंटेन करना और छोटे बिजनेस के लिए अकाउंट मैनेजमेंट इनफार्मेशन तैयार करना भी सीए के प्रोफेशन के तहत आता है। वित्तीय लेनदेन तथा व्यवसाय में सुधार लाने के लिए क्लाइंट को सलाह, दिवालियापन से निपटने के तरीके बताना , धोखाधड़ी का पता लगाना भी सीए के काम से जुड़े हैं। वहीं सीए मंथली और एनुअली अकाउंट के साथ फाइनेंशियल स्टेटमेंट तथा बैलेंस शीट तैयार करते हैं।
ढेरों है कैरियर विकल्प
सीए करने के बाद आपके पास बैंकिंग क्षेत्र के अलावा वित्तीय संस्थानों, सरकारी एवं निजी क्षेत्र, बीमा कंपनियों, निवेश बैंकिंग, चार्टर्ड अकाउंटेंट फर्म्स, कंसल्टेंसी एवं बिजनेस प्रोसेस मैनेजमेंट कंपनियों में रोजगार के ढेरों मौके होते हैं। सीए का कोर्स पूरा करने के बाद आसानी से किसी भी मल्टीनेशनल कंपनी में चार्टर्ड अकाउंटेंट का जॉब शुरू किया जा सकता हैं। इन कंपनियों में फाइनेंस, अकाउंट्स एवं टैक्स डिपार्टमेंट में फाइनेंस मैनेजर, अकाउंट्स मैनेजर, फाइनेंशियल बिजनेस एनालिस्ट, ऑडिटिंग व इंटरनल ऑडिटिंग, स्पेशल ऑडिट्स सहित चेयरमैन, मैनेजिंग डायरेक्टर, सीईओ, फाइनेंस डायरेक्टर, फाइनेंशियल कंट्रोलर, चीफ अकाउंटेंट, चीफ इंटरनल ऑडिटर जैसे महत्वपूर्ण पद हासिल किए जा सकते हैं। सीए के लिए खुद की प्रैक्टिस भी की जा सकती है। युवतियों के लिए भी यह एकदम उपयुक्त और सुरक्षित कैरियर क्षेत्र है। कोर्स के बाद कुछ अनुभव हासिल कर खुद की कंपनी बनाकर कार्य किया जा सकता है।
सम्मान के साथ लाखों की कमाई
सीए का कैरियर जितना शानदार होता है, उतनी ही सैलरी भी सम्मानजनक होती है। सीए को दिन के 9 से 10 घंटे काम करना पड़ता है। हमारे देश में सीए की सैलरी लाखों में होती है। शुरुआती पैकेज 5 लाख से 8 लाख रुपये तक होता है। अनुभव होने के साथ ही 2 लाख रुपये मासिक से लेकर 15 लाख रुपये महीने वेतन प्राप्त हो सकता है। कोर्स के बाद सीए जूनियर लेवल पर 20 से 40 हजार रुपये प्रतिमाह और सीनियर लेवल पर 50 से 70 हजार रुपये प्रतिमाह कमाता है।
कैसे बनें सीए
सीए बनने के लिए 12वीं के बाद सीपीटी परीक्षा को पास करना होता है। इसके बाद आईपीसीसी परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। हालांकि कई बार छात्र सीपीटी की परीक्षा देने से चूक जाते हैं, लेकिन ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद भी इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। ग्रेजुएट छात्र सीधे आईपीसीसी में प्रवेश कर सकते हैं। आईपीसीसी में सीधा प्रवेश पाने के लिए ग्रेजुएशन में 55 फीसदी अंक होने चाहिए। ग्रेजुएशन के बाद सीए का कोर्स करने की न्यूनतम अवधि 3 वर्ष है, क्योंकि पंजीकृत करने के 9 महीने बाद सीधे आईपीसीसी परीक्षा दी जा सकती हैं। जिसके बाद चार्टर्ड अकाउंटेंट बनने के लिए ढाई-तीन साल की आर्टिकलशिप भी पूरी करनी होती है। जिनके पास सीपीटी परीक्षा से छूट प्राप्त करने के लिए जरूरी अंक है तो वह सीपीटी छूट प्राप्त करके स्नातक के बाद सीधे सीए के साथ आर्टिकलशिप शुरू कर सकते हैं और आगे आईपीसीसी परीक्षा दे सकते हैं।
कोर्स की फीस
ग्रेजुएशन के बाद सीए करने की फीस 25-40 हजार रुपये है। इसमें पंजीकरण शुल्क, लेख पंजीकरण शुल्क, पाठ्यक्रम शुल्क और सूचना प्रौद्योगिकी शुल्क शामिल हैं। फीस इस बात पर भी निर्भर करता है कि इन परीक्षाओं को पास करने के लिए युवा कितने अटेंप्ट लेते हैं और जो युवा सीए की कोचिंग लेना चाहते हैं तो इसमें उन्हें 50 हजार से लेकर 2 लाख रूपये खर्च करने पड़ सकते हैं।
सीए के लिए श्रेष्ठ कोचिंग क्लासेज
सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंसी) इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया आईसीआईए द्वारा संचालित वित्त और लेखा में पेश किया जाने वाला एक पेशेवर कोर्स है। देश में कई नामी कोचिंग सेंटर सीए परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करते हैं। अवधारणाओं को समझने और परीक्षा में सफलता की संभावनाओं को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। अगर आप सीए में कैरियर बनाना चाहते हैं तो इसके एग्जाम्स की तैयारी के लिए किसी भी श्रेष्ठ कोचिंग सेंटर का चयन कर सकते हैं।