नवंबर तक प्रदेशभर के आंगनबाड़ी केंद्र बन जाएंगे ‘माॅडर्न प्ले स्कूल’
नवीन पांचाल/हप्र
गुरुग्राम, 23 अगस्त
हरियाणा सरकार नई केंद्रीय शिक्षा नीति के तहत नन्हे-मुन्नों के भविष्य की सुदृढ़ नींव तैयार करने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है। इसी साल की समाप्ति से पहले प्रदेशभर के 25962 आंगनबाड़ी केंद्रों में ‘माॅर्डन प्ले स्कूल’ शुरू किए जाने की योजना है। योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए आंगनबाड़ी सहायकों, कार्यकर्ताओं के प्रशिक्षण का दूसरा चरण शुरू कर दिया गया है।
कोरोना महामारी की तीसरी लहर को ध्यान में रखकर ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इन्हें विशेष तौर पर ऐसा प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि महामारी की स्थिति में ये खुद के साथ बच्चों का भी ख्याल रख सकें। प्रशिक्षण कार्यक्रम इस तरह से तैयार किया गया है जिसमें बच्चों को खेल-खेल में पढ़ाई करवाई जा सके। प्रदेशभर में संचालित किए जा रहे आंगनबाड़ी केंद्रों की सहायक व कार्यकर्ताओं को 777 मास्टर ट्रेनर (सुपरवाइजर) द्वारा ट्रेनिंग दी जा रही है। ब्लाॅक स्तर पर दी जा रही इस ट्रेनिंग में कार्यकर्ता व सहायकों को पूर्व विद्यालय शिक्षा गतिविधियों से मुखातिब करवाते प्ले स्कूल की भूमिका के लिए तैयार किया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्रों पर आने वाले नन्हे, मुन्नों को खेल-खेल में शिक्षा देने और उनके सामाजिक, भावनात्मक, शारीरिक, बौद्धिक व कलात्मक विकास पर जोर देने संबंधित क्रिया-कलापों को विकसित करना सिखाया जाएगा। मास्टर ट्रेनर के तौर पर कार्य कर रही सुपरवाइजर्स यह भी सिखा रही हैं कि जब कोरोना संक्रमण के दौरान भी कार्य करना पड़ेगा तो किस तरह की सावधानी रखी जाएंगी और उस दौरान किस तरह के क्रियाकलाप होंगे। आंगनबाड़ी केंद्रों में आने वाले बच्चों को प्ले स्कूल की तरह ही आईकार्ड भी दिए जाएंगे। प्रदेशभर में 30 प्रतिशत से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों को माॅर्डन प्ले स्कूल के रूप में विकसित कर दिया गया है। गुरुग्राम जिले की 1033 आंगनबाड़ियों में से अभी तक 104 आंगनबाड़ी इसी पैटर्न पर कार्य कर रही हैं। यहां प्रशिक्षण कार्य का नेतृत्व कर रही महिला एवं बाल विकास अधिकारी नेहा दहिया का कहती हैं, ‘यह बदलाव काफी आकर्षक है। इससे न सिर्फ आंगनबाड़ियों का स्वरूप बदलेगा बल्कि बच्चों में इन केंद्रों को लेकर आकर्षण भी बढ़ेगा।
”प्रदेश भर में 770 बैच के माध्यम से प्रशिक्षण देने की प्रक्रिया तेज कर दी है। नई शिक्षा नीति 2020 के अनुकूल रचनात्मक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विशेष कार्ययोजना पर काम कर रहा है। सभी जिलों में कोरोना संबंधित नियमों का पालन करते हुए बैच संचालित किए जा रहे हैं। उम्मीद है इसी साल के अंत तक पूरा सभी केंद्रों को माॅर्डन प्ले स्कूल में अपग्रेड कर लिया जाएगा।”
-कमलेश ढ़ांडा, महिला एवं बाल विकास मंत्री