खरीदारों ने बिल्डर पर लगाए वादाखिलाफी के आरोप
जीरकपुर, 2 फरवरी (हप्र)
सुषमा क्रिसेंट-2 आवासीय परियोजना के 90 से अधिक खरीदारों ने बिल्डर सुषमा बिल्डर के खिलाफ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया और वादाखिलाफी के गंभीर आरोप लगाए। यह प्रदर्शन कंपनी के खिलाफ वर्षों की देरी, पारदर्शिता की कमी, निर्माण कार्य में रुकावट और वित्तीय शोषण को लेकर था।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि उन्होंने अपनी जीवनभर की कमाई इस परियोजना में निवेश की थी, लेकिन उन्हें दो से तीन साल से ज्यादा समय के बाद भी फ्लैट का कब्जा नहीं मिला, जिससे उन्हें गंभीर वित्तीय संकट का सामना करना पड़ रहा है। खरीददारों ने आरोप लगाया कि सुषमा बिल्डर ने अपनी प्रतिबद्धताओं को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी और साइट पर निर्माण कार्य बंद पड़ा हुआ है, फिर भी बिल्डर भुगतान की मांग कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस स्थिति में भी बैंक ने ईएमआई लेना शुरू कर दिया है, जबकि बिल्डर ने छह महीने तक भुगतान नहीं किया। इससे उन पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है और उनके अन्य खर्चों पर भी असर पड़ रहा है।
निवेशकों ने सरकार से मांग की कि रेरा, प्राधिकरण और वित्तीय नियामक इस मामले में हस्तक्षेप करें और बिल्डर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। वे चाहते हैं कि बिल्डर से खरीदारों की धनराशि की वापसी की प्रक्रिया को तुरंत पूरा किया जाए।