आज से सड़कों पर दौड़ेंगी बसें, 15 को सीएम ने बुलाई बैठक
संगरूर/बरनाला, 7 जनवरी (निस)
पंजाब रोडवेज, पनबस और पीआरटीसी पंजाब में कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारियों की चल रही तीन दिवसीय हड़ताल के मद्देनजर रखते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उनके साथ बैठक बुलाई है। इसके बाद पंजाब में बसों की हड़ताल समाप्त हो गई है। अब बुधवार से बसें आम दिनों की तरह सड़कों पर चलेंगी। बैठक के संबंध में उप प्रमुख सचिव की ओर से जारी नोटिफिकेशन में कहा गया है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 15 जनवरी को सुबह 11.30 बजे मुख्यमंत्री कार्यालय, पंजाब सिविल सचिवालय चंडीगढ़ में कॉन्ट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन, पंजाब के साथ बैठक रखी है। इस अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि इस बैठक में संघ के अधिकतम 5 सदस्य भाग ले सकते हैं।
उधर इससे पहले आज पंजाब में पीआरटीसी, पनबस और पंजाब रोडवेज बसों के कर्मचारियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। संगरूर डिपो में मंगलवार को सभी बसें स्टैंड पर खड़ी रहीं। साथ ही पंजाब रोडवेज पनबस व पीआरटीसी कांट्रेक्ट वर्कर्स यूनियन ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। संगरूर डिपो में हड़ताल के कारण तकरीबन डेढ़ सौ अधिक रूट प्रभावित हुए।
आज दूसरे दिन राज्य भर में चक्का जाम रहा । करीब आठ हजार मुलाजिम पूरे पंजाब में हड़ताल पर रहे। इस बीच संगरूर, मानसा और पटियाला में बस अड्डा के गेट पर रैलियां की गईं। इस हड़ताल का सीधा असर आम लोगों पर पड़ा, लेकिन इसके बाद भी यूनियन नेताओं ने कहा कि उनके पास सरकार से अपनी मांगें मनवाने का कोई रास्ता नहीं है। पनबस और पीआरटीसी बस प्राइवेट वर्कर यूनियन के स्टेट अध्यक्ष रेशम सिंह ने कहा कि हमारी काफी लंबे अरसे से मांगें चली आ रही हैं जिसमें मुलाजिमों को पक्का करना, उनकी सेलरी बढ़ाना और ठेका प्रथा को रोकने की मांग प्रमुख है।
वहीं बरनाला में पीआरटीसी और पनबस ठेका कर्मचारी यूनियन की आज प्रशासन के साथ बैठक हुई। पंजाब भर में रोडवेड के ठेका मुलाजिमों की हड़ताल से सरकार को करीब साढ़े तीन करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ है। सोमवार से 3 हजार से ज्यादा पंजाब रोडवेज, पीआरटीसी और पनबस की बसें बंद थीं। इससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा था। वहीं बरनाला में दूसरे दिन भी बसें नहीं चलीं। यहां 85 में से 65 बसें नहीं चलीं।