कांस्य पदक विजेता हरजिंदर कौर को डेढ़ साल बाद भी नौकरी का इंतजार
गुरतेज प्यासा/निस
संगरूर, 3 मार्च
वेटलिफ्टिंग में दुनिया में अपना लोहा मनवाने वाली हरजिंदर कौर की हिम्मत सरकारी सिस्टम के आगे टूट रही है। उक्त एथलीट ने कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक जीता तो मंत्रियों ने भी घर आकर उसे सरकारी नौकरी देने की घोषणा कर दी। हरजिंदर कौर का दर्द उनकी जुबान पर तब आ गया जब उन्होंने देखा कि सुरक्षित घर और सुनहरे भविष्य का सपना डेढ़ साल बाद भी पूरा नहीं हुआ। उनके मुताबिक खेल नीति में जहां ग्रेड में हेरफेर किया गया है, वहीं नौकरी देने में देरी भी उनकी निराशा का कारण बनी है।
हरजिंदर कौर ने अगस्त 2022 में बर्मिंघम (इंगलैंड) में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए कांस्य पदक जीता। हरजिंदर कौर ने कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप और नेशनल गेम्स में कई मेडल जीते। मेडल जीतने के बाद पंजाब के मौजूदा खेल मंत्री मीत हेयर और चेतन सिंह जौड़ामाजरा उनके घर आए और उन्हें पंजाब सरकार की ओर से नौकरी देने का वादा किया, लेकिन अभी तक उन्हें नौकरी नहीं मिली है। हरजिंदर कहती हैं कि हरियाणा और उत्तर प्रदेश ने जहां खिलाड़ियों को बड़े-बड़े इनाम दिए, वहीं कुछ ही दिनों में नौकरियां भी दे दीं।