सरसों की खरीद का बहिष्कार कर आढ़तियों ने किया प्रदर्शन
चरखी दादरी, 29 मार्च (हप्र)
सरसों की सरकारी खरीद का बहिष्कार करते हुए आढ़तियों ने मंडी प्रधान रामकुमार रिटोलिया की अगुवाई में मार्केट कमेटी कार्यालय के समक्ष बवाल काटा और रोष प्रदर्शन किया। उनको समझाने पहुंचे मार्केट कमेटी के सचिव परमजीत नांदल को आढ़तियों ने खरी-खरी सुनाई। साथ ही चेतावनी दी कि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो मंडी बंद कर देंगे।
बता दें कि आढ़तियों ने सरसों की सरकारी खरीद आढ़तियाें के माध्यम से करवाने की मांग की थी। बावजूद इसके बाहरी एजेंट बनाकर मंडी प्रशासन ने सरसों की खरीद शुरू करवाई, जिससे शुक्रवार को आढ़ती भड़क गये।
आढतियों ने मंडी प्रधान रामकुमार रिटोलिया की अगुवाई में सरसों की सरकारी खरीद का बहिष्कार करते हुए रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि ढ़ाई फीसदी आढ़त मिलने के बाद ही उनके माध्यम से सरकारी खरीद शुरू होने देंगे। उन्होंने अल्टीमेटम दिया कि अगर मांगें नहीं मानी तो अनाजमंडी को बंद करते हुए आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।
इस अवसर पर विनाेद गर्ग, दिनेश पातुवास, राधेश्याम हडोदिया, वेदपाल चैयरमैन, देवेंद्र घसोला, नरेश धनौधिंया इत्यादि उपस्थित रहे। मार्केट कमेटी सचिव परमजीत नांदल ने कहा कि आढ़तियों की मांगों के बारे में उच्च अधिकारियों को बता दिया है। गौरतलब है कि अनाजमंडी में सरसों की आवक शुरू हो गई है लेकिन सरकारी खरीद नहीं होने से किसानों को भी काफी परेशानियां
हो रही हैं।
अनावश्यक शर्तें हटाने की मांग
नारनौल (हप्र) : आल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन (एआईकेकेएमएस) के जिला कमेटी के प्रतिनिधिमंडल ने अनाज मंडी का दौरा किया और सरसों की खरीद कार्य का जायजा लिया। चार दिनों से सरसों की खरीद नहीं होने पर तथा किसान-मजदूरों के लिए कैंटीन की सुविधा, शीतल पेयजल व बुनियादी सुविधाएं प्रदान करने की मांग को लेकर मार्केट कमेटी सचिव विजय सिंह को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में सरकार से अनावश्यक शर्तों को हटाकर एमएसपी पर सरसों की खरीद सुनिश्चित करने की मांग की गई। एआईकेकेएमएस के जिला प्रधान बलबीर सिंह ने कहा कि यदि 31 मार्च तक सरसों की खरीद पर शर्तों को नहीं हटाया गया और सुविधाएं प्रदान नहीं की गई तो एक अप्रैल को कार्यालय के समक्ष धरना, प्रदर्शन किया जाएगा।
अटेली में 300 क्विंटल फसल की खरीद
मंडी अटेली (निस) : अटेली अनाज मंडी में दूसरे दिन शुक्रवार को सरसों की सरकारी खरीद के लिए किसानों की खासी भीड़ रही। शुक्रवार को अनाज मंडी में दूसरे दिन 168 टोकन कटे लेकिन 20 किसानों की मात्र 300 क्विंटल सरसों की ही खरीद हुई। सोसायटी के प्रबंधक ने सत्येंद्र यादव ने बताया कि किसान सरसों को सुखाने की साथ साफ करके लाये। 8 प्रतिशत से अधिक नमी वाली सरसों को नहीं खरीदा जाएगा। मेरी फसल-मेरा ब्योरा के पोर्टल पर पंजीकरण करने वाले किसानों की फसल की खरीद होगी। फिलहाल लेबर की कमी है इसलिए किसान एक अप्रैल के बाद सरसों लाएंगे तो किसी प्रकार का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। लेबर नहीं होने के कारण शुक्रवार को ज्यादा किसानों की खरीद नहीं हो पाई। सरसों की खरीद अटेली मार्केटिंग सोसायटी की तरफ से हो रही है। कृषि उपज विपणन समिति, अटेली की कार्यकारी अधिकारी एवं सहायक सचिव संजय कुमार ने बताया कि मंडी में खरीद के बिजली, पानी व दूसरी जरूरी सुविधाएं कर दी गई है। मंडी में किसान को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।
‘खामियां दुरुस्त करें सरकार’
हिसार (हप्र) : कांग्रेस नेता एवं रिटायर्ड आईएएस चंद्रप्रकाश ने सरकार की सरसों खरीद व्यवस्था की खामियां पर सवाल उठाये। उन्होंने कहा कि किसान अपनी सरसों की फसल लेकर मंडियों में आ रहे हैं, लेकिन सरकार उसे खरीदने के लिए पर्याप्त प्रबंध नहीं कर रही। अधिकारी सरसों में नमी अधिक होने का बहाना बनाकर इसे खरीदने से मना कर रहे हैं।जिले की नयी अनाज मंडी हिसार तथा बालसमंद, आदमपुर, बरवाला व उकलाना की मंडियों में यही स्थिति है और सरकारी अधिकारियों के रवैये से जिले के किसान बहुत परेशान है। पिछले एक सप्ताह से मौसम भी खराब है, जिससे मंडी में खुले में पड़ी सरसों खराब हो सकती है।