दिल्ली विधानसभा के नीचे ब्रिटिश काल की सुरंग
नयी दिल्ली, 3 सितंबर (एजेंसी)
दिल्ली विधानसभा के अध्यक्ष राम निवास गोयल ने शुक्रवार को कहा कि विधानसभा अगले साल ब्रिटिश काल की सुरंग व फांसी घर आम लोगों के लिये खोल देगी। गोयल ने कहा कि सुरंग को दिल्ली विधानसभा की भूमि के नीचे ‘काफी समय पहले’ खोजा गया था। उन्होंने कहा कि सुरंग और फांसी घर दोनों ब्रिटिश काल की वास्तुकला के अनुसार बने हैं। गोयल ने कहा, ‘हम अगले साल 26 जनवरी तक या अधिकतम 15 अगस्त तक ब्रिटिश-युग के क्रांतिकारियों के फांसी घर और सुरंग को आम लोगों के लिये खोल देंगे।’ गोयल ने कहा, ‘जब दिल्ली विधानसभा का सत्र नहीं चल रहा होगा तब लोगों को इन दोनों जगहों पर जाने की अनुमति होगी। सुरंग 2016 में खोजी गई थी।’ उन्होंने कहा कि सुरंग का ऐतिहासिक महत्व अभी तक स्थापित नहीं हुआ है, लेकिन यह अनुमान लगाया जाता है कि सुरंग विधानसभा को लाल किले से जोड़ती है। गोयल ने कहा, ‘हम सुरंग का नवीनीकरण करने या इसे और खोदने नहीं जा रहे हैं क्योंकि ऐसा संभव नहीं होगा। इसकी वजह यह है कि मेट्रो रेल जैसी कई निर्माण गतिविधियों ने इसका रास्ता अवरुद्ध कर दिया होगा। हम इसे ऐसा ही रखेंगे।’ उन्होंने कहा कि फांसी घर के नवीनीकरण की परियोजना पर काम पहले ही शुरू हो चुका है। गोयल ने कहा, ‘निविदाएं आमंत्रित की गई हैं और पीडब्ल्यूडी जल्द ही अपना काम शुरू कर देगा। जिस डिजाइन पर फांसी घर का नवीनीकरण किया जाएगा, वह भी तैयार हो चुका है।’
विधानसभा भवन साल 1911 में तैयार हुआ था। 1912 में जब देश की राजधानी को कोलकाता से दिल्ली स्थानांतरित किया गया तो इस भवन को केन्द्रीय विधानसभा के रूप में इस्तेमाल किया गया। दिल्ली विधानसभा और लालकिले के बीच 5-6 किलोमीटर की दूरी है। लालकिले का निर्माण 17वीं शताब्दी में मुगल बादशाह शाहजहां ने किया था।