Bribery Case : हेवी डयूटी लाइसेंस के लिए हाजरी लगाने की एवज में मांगी 17 हजार रिश्वत, रोडवेज स्कूल इंचार्ज सहित 2 गिरफ्तार
सिरसा, 8 मई(हप्र/ आनंद भार्गव)
Bribery Case : सिरसा में रोडवेज विभाग के रोडवेज स्कूल इंचार्ज एसआई धर्मपाल व उसके सहयोगी को एंट्री कप्शन ब्यूरो टीम ने 17 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गांव लुदेसर निवासी खुशीराम ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि एसआई ने बिनी हाजिरी लगाए हैवी लाइसेंस बनाने की एवज में 20 हजार रुपये की डिमांड की, जिसके बाद 17 हजार रुपये में सौदा तय हुआ।
खुशी राम ने इस मामले में एंटी क्रप्शन ब्यूरो को शिकायत दी, जिसके बाद एसीबी के डीएसपी अमित बैनीवाल की अगुवाई में टीम ने आरोपी धर्मपाल व उसके सहयोगी मनीष जोकि चत्तरगढ़पट्टी में सीएससी सेंटर चलाता है को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया। जानकारी देते हुए एंटी क्रप्शन ब्यूरो के इंचार्ज डीएसपी अमित बैनीवाल ने बताया कि आरोपी एसआई धर्मपाल सिरसा में रोडवेज स्कूल का इंचार्ज है, जहां हैवी लाइसेंस बनाने के लिए बस चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है और उसके बाद ट्रेनिंग सर्टिफिकेट दिया जाता है।
इसके लिए प्रार्थी को 35 दिनों में से 30 दिनों तक की हाजरी लगानी जरूरी होती है। आरोपी एसआई धर्मपाल बिना हाजरी लगाए हैवी लाइसेंस बनाने की एवज में 20 हजार रुपये रिश्वत लेता है। इस काम के लिए उसके अपना सहयोगी मनीष रखा हुआ है, जिसे वह आठ हजार रुपये महीना व प्रति लाइसेंस दो हजार रुपये कमीशन देता था। आरोपी मनीष चत्तरगढ़पट्टी में सीएससी सेंटर चलाता है।
वहीं यह भी बात सामने आई है कि आरोपी एसआई धर्मपाल की पहुंच रोडवेज मुख्यालय में भी थी। उसने सिरसा से झज्जर के ट्रांसफर आदेश भी रुकवा दिए थे। आदेशों को आगामी समय तक स्टैंडिंग करवाकर वापस सिरसा डिपो में ज्वाइन कर लिया था। ऐसे में विजिलेंस सिरसा ने उसे सिरसा डिपो के ट्रेनिंग सेंटर से ही गिरफ्तार किया है। आरोपी हैवी लाइसेंस के लिए 20 से 30 अभ्यर्थियों का एक ग्रुप बनाकर ट्रेनी बस में एकसाथ लेकर जाया जाता है। 10 से 20 किलोमीटर तक बस चलवाई जाती है।
इसके बाद हाजिरी लगती है। ऐसे में महिला अभ्यर्थी को कहा कि आपको हर रोज हाजिरी लगाने नहीं आना पड़ेगा। ऐसे में खुशीराम ने नाथूसरी चौपटा थाना पुलिस को शिकायत दर्ज कराई है। एसीबी के इंचार्ज डीएसपी अमित बैनिवाल ने बताया कि खुशीराम की शिकायत पर विजिलेंस सिरसा ने कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि इस मामले में अन्य अभ्यर्थियों को भी जांच में शामिल किया जाएगा।