दिल्ली में नौ वर्षीय बच्ची का सूटकेस में शव मिला, परिवार ने यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया
नयी दिल्ली, 8 जून (एजेंसी)
नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के दयालपुर इलाके में नौ वर्षीय बच्ची का शव सूटकेस में पाया गया। परिवार और स्थानीय लोगों ने यौन उत्पीड़न और हत्या का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया। पुलिस और अर्धसैनिक बल इलाके में तैनात किए गए हैं ताकि कानून-व्यवस्था बनी रहे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आरोपी बच्ची को सूटकेस में बंद कर फरार हो गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यौन उत्पीड़न की आशंका सहित सभी पहलुओं की जांच चल रही है। "हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। आरोपी को पकड़ने के लिए टीम बनाई गई है। हम मामले को गंभीरता से ले रहे हैं," एक पुलिस अधिकारी ने कहा।
पीड़िता के परिवार ने बताया कि बच्ची शाम करीब 7 बजे पास के रिश्तेदार को आइस देने गई थी। जब वह देर तक वापस नहीं आई तो खोजबीन शुरू की गई। परिवार ने कई रिश्तेदारों और पड़ोसियों से संपर्क किया, लेकिन किसी ने भी उसे फिर नहीं देखा। अंततः पता चला कि बच्ची को पास के एक घर में देखा गया था, जहां उसका शव सूटकेस में मिला।
बच्ची के पिता ने बताया कि जब वह उस घर पहुंचे तो ताला लगा था। उन्होंने ताला तोड़कर अंदर देखा और सूटकेस में खून से सना शव पाया। उसे तुरंत स्थानीय क्लिनिक ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे अस्पताल ले जाने को कहा। शास्त्री पार्क के जगप्रवेश चंद्र अस्पताल में बच्ची को मृत घोषित कर दिया गया।
चेहरे पर चोट के निशान, यौन उत्पीड़न के मिले संकेत
दयालपुर पुलिस को शाम 8.41 बजे घटना की सूचना मिली। पुलिस टीम तुरंत मौके पर पहुंची। अस्पताल ने भी बच्ची के मृत होने की पुष्टि की। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में चेहरे पर चोट के निशान और यौन उत्पीड़न के संकेत मिले हैं। मामले की जांच के लिए क्राइम सीन और फोरेंसिक टीम बुलाई गई हैं। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई टीमें काम कर रही हैं। दयालपुर थाना में बाल संरक्षण अधिनियम की धारा 6 समेत संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
घटना के बाद इलाके में भारी गुस्सा फैला। सैकड़ों लोग सड़क जाम कर प्रदर्शन करने लगे और आरोपी की गिरफ्तारी की मांग की। तनाव के कारण कई दुकानदार अपनी दुकानें बंद करने को मजबूर हुए।
स्थिति तनावपूर्ण हो गई, जिसके चलते भारी पुलिस बल और बाद में अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भीड़ को शांत करने और परिवार को कार्रवाई का भरोसा दिलाने में लगे रहे।
दयालपुर में यातायात पूरी तरह बाधित रहा, जिससे सवारियों को घंटों जाम में फंसना पड़ा। वाहन वैकल्पिक रास्तों से गुजरे और कई आपात सेवा वाहन देर से पहुंचे।