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नायब कैबिनेट के पहले विस्तार का खाका तैयार, साधे जाएंगे जातिगत समीकरण

07:52 AM Mar 15, 2024 IST
नायब कैबिनेट के पहले विस्तार का खाका तैयार  साधे जाएंगे जातिगत समीकरण
नयी दिल्ली में बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार भेंट करते हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी। 
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दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 14 मार्च
हरियाणा मंत्रिमंडल के पहले विस्तार का खाका लगभग तैयार हो गया है। केंद्रीय नेतृत्व से भी विस्तार को हरी झंडी मिल चुकी है। लोकसभा चुनावों का कार्यक्रम जारी होने से पहले प्रदेश में कभी भी मंत्रिमंडल विस्तार हो सकता है। लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए विस्तार जरूरी हो गया है। दरअसल, मौजूदा कैबिनेट में जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन पूरी तरह से बिगड़ा हुआ है। ऐसे में कैबिनेट में पंजाबी, वैश्य व यादव सहित कुछ अन्य जातियों को प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है।
कैबिनेट में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी सहित कुल छह मंत्री हैं। हालांकि किसी भी तरह के फैसले लेने के लिए मुख्यमंत्री के साथ एक कैबिनेट मंत्री का होना ही अनिवार्य है। ऐसे में इस तरह की कोई बाध्यता नहीं है, लेकिन चुनावों में सभी वर्गों को साधने की कोशिश के बीच फिलहाल विस्तार मजबूरी हो गया है। पूर्व सीएम मनोहर लाल पंजाबी समाज से थे और कैबिनेट में अब एक भी पंजाबी कोटे से मंत्री नहीं है। पूर्व गृह मंत्री अनिल विज भी पंजाबी समुदाय से थे।
मनोहर लाल के पद छोड़ने के बाद समाज में किसी तरह का गलत संदेश ना जाए, इसलिए पूर्व गृह व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को कैबिनेट में शामिल किया जाना लगभग तय है। इतना ही नहीं, उन्हें शामिल करते हुए उनके प्रोटोकॉल को भी ध्यान में रखा जाएगा। बेशक, विज ओथ बाद में लेंगे लेकिन प्रोटोकॉल में उनका नंबर मुख्यमंत्री के बाद रखा जा सकता है। उन्हें हेवीवेट मंत्री बनाए जाने की भी खबरें हैं। वहीं पंजाबी कोटे से जींद विधायक डॉ़ कृष्णलाल मिड्ढा के भी मंत्री बनने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
मनोहर कैबिनेट में हिसार विधायक डॉ़ कमल गुप्ता को शहरी स्थानीय निकाय मंत्री बनाया हुआ था। सैनी कैबिनेट में उनका नंबर नहीं लगा है। इस बार पंचकूला विधायक व स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता को कैबिनेट में लिए जाने की चर्चाएं हैं। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि गुप्ता को स्पीकर ही बनाए रखा जा सकता है और वैश्य कोटे से सिरसा से हलोपा विधायक गोपाल कांडा को मंत्रिमंडल में जगह मिल सकती है। कांडा ने शुरू से ही सरकार को समर्थन दिया हुआ है।
इतना ही नहीं, सिरसा जिले में कांडा का प्रभाव भी माना जाता है। लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए पार्टी कांडा पर दांव खेल सकती है। उनके सामने अगर रुकावट आएगी तो यही कि चौ़ रणजीत सिंह के रूप में सिरसा जिले को पहले ही प्रतिनिधित्व मिला हुआ है। इसी तरह से अहीरवाल के वोट बैंक को साधने के लिए एक यादव को भी कैबिनेट में शामिल किया जाना तय है। मनोहर मंत्रिमंडल में नारनौल विधायक ओमप्रकाश यादव राज्य मंत्री थे। बताते हैं कि इस बार भाजपा ओमप्रकाश यादव की जगह नांगल-चौधरी विधायक डॉ़ अभय सिंह यादव को कैबिनेट में शामिल करना चाहती है। केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के विरोध के चलते पूर्व में भी अभय सिंह यादव की कैबिनेट में एंट्री नहीं हो पाई थी। अब चूंकि लोकसभा के चुनाव सिर पर हैं तो भी राव इंद्रजीत सिंह को इग्नोर करने का जोखिम भाजपा नहीं उठाएगी। इतना तय है कि अहीरवाल से जिस भी यादव विधायक को कैबिनेट में जगह मिलेगी, उसमें राव इंद्रजीत सिंह की पसंद-नापंसद को तवज्जो मिल सकती है।

महिला को भी मिलेगा प्रतिनिधित्व :

मनोहर कैबिनेट में कलायत विधायक कमलेश ढांडा को महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री बनाया हुआ था। ऐसे में नायब मंत्रिमंडल में भी कम से कम एक महिला को शामिल किया जाएगा। गन्नौर विधायक निर्मल रानी का नाम इसके लिए चर्चा में है।
ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें मंत्री बनाकर भाजपा जाट व महिला कोटे के अलावा सोनीपत जिले को भी प्रतिनिधित्व दे सकती है। किन्हीं कारणों से अगर निर्मल रानी को कैबिनेट में शामिल नहीं किया जाता तो बड़खल विधायक सीमा त्रिखा की भी लॉटरी लग सकती है। सीमा त्रिखा को विधानसभा में स्पीकर या डिप्टी स्पीकर भी बनाया जा सकता है।

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पीएम मोदी से मिले मुख्यमंत्री सैनी

हरियाणा विधानसभा में बहुमत हासिल करने के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बृहस्पतिवार को नयी दिल्ली में राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री सहित कई केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की। राष्ट्रपति द्रौपर्दी मुर्मू से उन्होंने शिष्टाचार भेंट की। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर केंद्रीय नेतृत्व का आभार जताया। मुख्यमंत्री बनने के बाद सैनी का यह पहला दिल्ली दौरा था। मोदी, शाह व नड्डा से हुई मुलाकात के दौरान उन्होंने हरियाणा में लोकसभा की दस सीटों को लेकर चर्चा की। पार्टी द्वारा छह सीटों पर उम्मीदवार घोषित किए जा चुके हैं। बताते हैं कि केंद्रीय नेताओं से हुई मुलाकात के दौरान उन्होंने कैबिनेट विस्तार को लेकर भी विचार-विमर्श किया। मुलाकात के बाद उन्होंने हरियाणा मंत्रिमंडल का पहला विस्तार जल्द होने के संकेत दिए। इस दौरान मीडिया से बातचीत में सैनी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने जनकल्याणकारी योजनाएं लागू कर गरीब परिवारों तक लाभ पहुंचाने का काम किया है। लोकसभा चुनाव में तीसरी बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार बनेगी, ऐसा देश की जनता फैसला ले चुकी है। हरियाणा की जनता भी लोकसभा चुनाव में सभी 10 सीटों पर कमल खिलाकर मोदी की झोली में डालने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री की सोच है कि सभी को साथ लेकर देश को आगे बढ़ाया जाए। उनके नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार ने पिछले दस वर्षों में जो काम किए हैं। उनसे देश और प्रदेश में नया भारत-नया हरियाणा, विकसित भारत-विकसित हरियाणा आज लोगों को नजर आ रहा है।

मनोहर लाल के साथ हुआ मंथन

सूत्रों का कहना है कि बुधवार की देर रात तक चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री आवास पर अहम बैठक हुई। सीएम नायब सिंह सैनी, पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के अलावा भाजपा के संगठन महामंत्री फणीन्द्र नाथ शर्मा बैठक में मौजूद रहे। बताते हैं कि बैठक में कैबिनेट विस्तार को लेकर विचार किया गया। सूत्रों का कहना है कि नेतृत्व से भी विस्तार को हरी झंडी मिल चुकी है।

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निर्दलीयों की एडजस्टमेंट भी चुनौती

भाजपा अब चूंकि छह निर्दलीय और हलोपा के सिरसा विधायक गोपाल कांडा के समर्थन से सरकार चला रही है। ऐसे में निर्दलीयों में से भी कुछ की कैबिनेट में एडजस्टमेंट संभव है। पृथला विधायक नयनपाल रावत का नाम भी चर्चाओं में है। रावत की अगर मंत्रिमंडल में एंट्री हुई तो उस स्थिति में सीमा त्रिखा के लिए संभावनाएं खत्म हो जाएंगी। ऐसा इसलिए क्योंकि बल्लभगढ़ विधायक मूलचंद शर्मा को पहले ही कैबिनेट मंत्री बनाया हुआ है। एक ही इलाके से तीन विधायकों की एडजस्टमेंट संभव नहीं है।

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