सोमवार व्रत से शिव-चंद्रमा की कृपा
मधु सिंह
भगवान शिव को समर्पित सावन के महीने में सोमवार के व्रत का विशेष महत्व है। इसकी वजह यह है कि सोमवार भगवान शिव का प्रिय दिन है। लेकिन सावन का सोमवार तो कुछ खास ही हो जाता है। सावन का महीना भी भगवान शिव का प्रिय महीना माना जाता है। इसलिए सावन के महीने में सोमवार का व्रत मानो सोने में सुहागा हो जाता है। यही वजह है कि सावन माह में सोमवार के दिन पूरी दुनिया के शिवालयों में भारी भीड़ उमड़ती है। देश-दुनिया के मशहूर शिव मंदिरों में तो इस दिन शिव भक्तों का सैलाब उमड़ता है। बाकी किसी भी दिन की पूजा-अर्चना के मुकाबले सावन में सोमवार के दिन की गई पूजा-अर्चना से भगवान भोलेबाबा बहुत जल्दी प्रसन्न होते हैं।
माना जाता है कि सावन के सभी सोमवारों को किए गये व्रत और पूजा से वैवाहिक जीवन की परेशानियां दूर हो जाती हैं। मान्यता है कि इस महीने के सभी सोमवारों को की गई विधिवत पूजा से संतान की प्राप्ति होती है। देवों के देव महादेव सावन माह में अपने भक्तों पर बहुत मेहरबान रहते हैं। इसलिए जो लोग सावन के महीने में नियमित रूप से भगवान शिव पर जल चढ़ाते हैं, उन पर कृपा बरसती है। यह भी माना जाता है कि जो भक्त सावन के महीने में सभी सोमवारांे को व्रत रखते हैं, उनकी कुंडली में चंद्र ग्रह की स्थिति मजबूत हो जाती है। इससे घर में खुशहाली आती है।
सावन में सोमवार का दिन भगवान शिव की तरह चंद्रमा को भी समर्पित है। इसलिए माना जाता है कि सावन में सोमवार का व्रत रखने से दोहरा फायदा मिलता है। एक तरफ जहां भगवान शिव प्रसन्न होते हैं, वहीं दूसरी तरफ चंद्रमा भी प्रसन्न होता है और भक्त को भगवान शिव के साथ-साथ चंद्रमा की भी कृपा मिलती है।
भक्ति का रास्ता तर्क से होकर नहीं बल्कि आस्थाओं के बीच से होकर गुजरता है। इसलिए मान्यता है कि जो लोग सावन के महीने में नियमित रूप से भगवान शिव को जलाभिषेक करते हैं, साथ ही महीने के सभी सोमवारों का व्रत भी रखते हैं, उनकी सभी तरह की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। स्वास्थ्य की समस्याओं से मुक्ति मिलती है तथा जीवन में समृद्धि आती है। सावन के महीने में सोमवार का दिन किसी भी दूसरे दिन से ज्यादा महत्वपूर्ण इसलिए है, क्योंकि इस महीने में हमारी कुंडली में चंद्र ग्रह की स्थिति मजबूत होने के कारण हमारा स्वास्थ्य बेहतर रहता है। सोमवार का व्रत रखने से हम कई तरह की छोटी बड़ी चिंताओं से मुक्त हो जाते हैं। घर में सुख, समृद्धि का वास होता है।
सावन माह में सोमवार का व्रत रखने वालों को हमेशा ब्रह्म मुहूर्त में ही जगना होता है। ब्रह्म मुहूर्त मंे ही उठकर स्नान, ध्यान करने का विधान है। सावन में सोमवार का व्रत बहुत सात्विकता से रखना चाहिए। इमेज रिफ्लेक्शन सेंटर