भाजपा की अंदरूनी कलह जनता की जान पर पड़ रही भारी : हुड्डा
चंडीगढ़, 12 दिसंबर (ट्रिन्यू)
पूर्व सीएम और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा का कहना है कि भाजपा की अंदरूनी कलह जनता की जान पर भारी पड़ रही है। मुख्यमंत्री और गृह व स्वास्थ्य मंत्री के बीच टकराव के चलते स्वास्थ्य सेवाएं पूरी तरह चरमराई हुई हैं। डॉक्टर एक बार फिर हड़ताल पर जाने की बात कर रहे हैं और मरीजों को अस्पतालों में दवाइयां तक उपलब्ध होना मुश्किल हो गया है। पिछले 100 दिन से जारी आपसी खींचतान में बेगुनाह जनता पिस रही है।
मंगलवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में पूर्व सीएम ने कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था का पहले ही दिवाला पिटा हुआ है। लेकिन गृहमंत्री व मुख्यमंत्री दोनों आंख बंद करके बैठे हैं। कांग्रेस विधानसभा के भीतर इस मुद्दे को उठाएगी और सरकार से जवाब मांगेगी। हुड्डा ने कहा कि अस्पतालों में मरीज तो खरीद केंद्रों पर किसान खाद की बाट जोह रहे हैं। बार-बार मांग किए जाने के बावजूद सरकार उचित मात्रा में खाद की सप्लाई करने में नाकाम साबित हुई है।
पहले से ही किसान मौसमी मार के चलते हुए नुकसान का मुआवजा लेने के लिए यहां-वहां भटक रहे हैं। चूंकि क्लस्टर-2 के सात जिलों का इस बार बीमा ही नहीं हुआ। प्रधानमंत्री फसल बीमा के नाम पर किसानों के खातों से प्रीमियम का पैसा काट लिया गया। हर बार की तरह इस बार भी किसानों से करोड़ों की लूट हुई है।
उधर, गन्ना किसान अपनी पेमेंट, आढ़ती और मजदूर अपने बकाये के इंतजार में बैठे हैं। प्रदेश के युवा नई भर्तियों और भर्ती प्रक्रियाओं के पूरे होने का इंतजार कर रहे हैं। सत्ता में बैठे लोग किसी भी तबके की आवाज सुनने को तैयार नहीं हैं। ऐसा लगता है मानो भाजपा-जजपा सरकार ने चुनाव से पहले ही हार मानकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है।