आरक्षण, सरकारी नौकरी छीनना चाहती है भाजपा : जस्सी पेटवाड़
नारनौंद, 23 जून (निस)
भाजपा दलित और पिछड़ा विरोधी मानसिकता वाली पार्टी है, इसीलिए ये सरकार प्रदेश से सरकारी शिक्षा, पक्की नौकरी और एससी-ओबीसी का आरक्षण खत्म कर रही है। ये विचार कांग्रेस के नेता जस्सी पेटवाड़ ने गांव राजथल में ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने सरकारी संस्थानों की फीस में बढ़ोतरी कर दी है। एमडीयू की फीस में सीधे पांच गुणा तक फीस बढ़ाकर सरकार ने गरीब, किसान, एससी और ओबीसी परिवारों के बच्चों को उच्च शिक्षा से दूर करने के प्लान को जमीन पर उतारना शुरू कर दिया है। शिक्षण संस्थानों की हालत ऐसी हो गई है कि यूजीसी ने प्रदेश की दो सरकारी यूनिवर्सिटीज महाराणा प्रताप हॉर्टिकल्चर यूनिवर्सिटी करनाल और स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी ऑफ हरियाणा राई को डिफॉल्टर की सूची में डाल दिया है। इससे पहले प्रदेश सरकार ने खुद नोटिफिकेशन जारी किया था कि सरकार प्रदेश की किसी यूनिवर्सिटी को फंड नहीं देगी। उसे अपने खर्चे खुद निकालने होंगे। यहीं से शिक्षण संस्थानों में बेतहाशा फीस बढ़ोतरी का सिलसिला शुरू हुआ। इससे पहले भाजपा ने कौशल निगम के जरिए कच्ची भर्तियां शुरू करके आरक्षण, मेरिट और पारदर्शिता को खत्म कर दिया है। प्रदेश में दो लाख से ज्यादा पद खाली पड़े हुए हैं, लेकिन सरकार इसलिए उन पर पक्की भर्तियां नहीं कर रही, क्योंकि पक्की भर्तियों में आरक्षण देना पड़ेगा। लेकिन भाजपा नहीं चाहती कि इन वर्गों को आरक्षण व नौकरी मिले।