सफीदों में ‘दादा’ के खिलाफ भाजपा में खुले मोर्चे
सफीदों, 5 अगस्त (निस)
सफीदों हलके में भाजपा ने नारनौंद से पूर्व विधायक रामकुमार गौतम को पार्टी प्रत्याशी घोषित किया है, लेकिन उनकी उम्मीदवारी से पार्टी में उनके खिलाफ मोर्चे खुल गए हैं। ऐसे में ‘दादा’ की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं। भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची जारी होने के बाद टिकट के दावेदार पूर्व मंत्री बचन सिंह आर्य व पूर्व विधायक जसवीर देशवाल ने चुनावी मोर्चा खोल दिया।
बचन सिंह आर्य ने भाजपा द्वारा बाहरी नेता को यहां उम्मीदवार बनाए जाने के खिलाफ न केवल ‘सफीदों इंसाफ मंच’ का गठन किया है, बल्कि शनिवार को वह यहां पुरानी अनाज मंडी में अपने समर्थकों की सभा करेंगे उसके बाद बतौर निर्दलीय अपना नामांकन दाखिल करेंगे। पूर्व विधायक जसबीर देशवाल ने भी चुनाव लड़ने की घोषणा करते हुए कहा कि वे 11 सितंबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगे।
देसवाल ने यहां शंकर भवन में अपने समर्थकों की बैठक में कहा कि बढ़ी उम्र के कारण यह उनका आखिरी चुनाव है। भाजपा टिकट हासिल करने में असफल देशवाल ने कहा कि कोई पार्टी जीत की गारंटी नहीं देती। यह जनता ही है जो ‘टिकट’ देकर जिताती भी है। बता दें कि ये दोनों ही नेता पहले से चुनाव की तैयारी में थे। दोनों ही भाजपा के टिकटार्थी थे। टिकट न मिलने से खफा चुनाव मैदान में उतरेंगे। यह भी एक तरह से भाजपा प्रत्याशी का विरोध ही होगा।
भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजू मोर ने टिप्पणी करते हुए कहा है कि सफीदों में इस बार कमल खिलना था जिसे पार्टी ने ही तोड़ दिया।\
33 साल बाद भिड़ेंगे दो दिग्गज
सफीदों सीट से इस विधानसभा चुनाव में 33 वर्ष पुराने प्रतिद्वंदी फिर आमने-सामने होंगे। वर्ष 1991 में यहां से कांग्रेस टिकट पर बचन सिंह आर्य ने चुनाव जीता था। यह उनका पहला चुनाव था, जिसमें जीतने के बाद वह भजनलाल की सरकार में राज्य मंत्री रहे। आज के सफीदों से भाजपा प्रत्याशी रामकुमार गौतम वर्ष 1991 के चुनाव में उनके प्रतिद्वंदी थे। गौतम ने वह कल्याण मोर्चा की टिकट पर लड़ा था जिसमें गौतम छठे स्थान पर रहे। तब उन्हें कुल 1570 वोट ही नसीब हुए थे जो कुल मतों का 2.3 प्रतिशत था।