भाजपा में विधानसभा और राज्यसभा चुनाव को लेकर दिल्ली में शुरू हुआ बैठकों का दौर
चंडीगढ़, 17 जून (ट्रिन्यू)
सितंबर-अक्तूबर में होने वाले हरियाणा विधानसभा के चुनावों के साथ-साथ राज्यसभा की एक सीट के लिए होने वाले उपचुनाव को लेकर भाजपाइयों की दिल्ली में भाग-दौड़ बढ़ गई है। सीएम नायब सिंह सैनी सहित राज्य के कई वरिष्ठ नेताओं ने दिल्ली में डेरा डाला हुआ है। सोमवार को भी दिल्ली में हरियाणा को लेकर बैठकों और मुलाकातों का दौर चला। सीएम नायब सिंह सैनी हरियाणा के कार्यक्रमों को निपटाने के बाद नई दिल्ली पहुंचे।
उन्होंने केंद्रीय मंत्री व हरियाणा विधानसभा चुनावों के लिए नियुक्त किए गए प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के साथ मुलाकात की। हरियाणा के नेताओं की पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ भी मुलाकात हुई है। सूत्रों का कहना है कि नड्डा और शाह की मौजूदगी में हुई बैठक में विधानसभा चुनावों की रणनीति पर चर्चा की गई। इस बैठक में सीएम नायब सिंह सैनी, केंद्रीय बिजली व शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल, केंद्रीय संसदीय बोर्ड की सदस्य डॉ़ सुधा यादव व पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु मौजूद रहे। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़ के बाहर होने की वजह से वे बैठक में नहीं पहुंच सके। बताते हैं कि बैठक में हरियाणा भाजपा अध्यक्ष को लेकर भी चर्चा हुई। वर्तमान में प्रदेशाध्यक्ष की जिम्मेदारी सीएम नायब सिंह सैनी के पास ही है। लोकसभा चुनावों की वजह से प्रधान में बदलाव नहीं हुआ था लेकिन अब राज्य में भाजपा को नया प्रधान मिलना तय है। सूत्रों का कहना है कि जेपी नड्डा और अमित शाह के साथ हुई बैठक के दौरान लोकसभा चुनाव के नतीजों पर भी मंथन हुआ। इस बार भाजपा लोकसभा की दस में से केवल पांच ही सीटों पर जीत हासिल कर पाई। वहीं दूसरी ओर, सीएम नायब सिंह सैनी ने नवनियुक्त चुनाव प्रभारी व केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से मुलाकात कर उनके साथ कई राजनीतिक मुद्दों पर चर्चा की। हरियाणा मामलों के प्रभारी बिप्लब कुमार देब पार्टी नेतृत्व के निर्देशों पर दार्जिलिंग के बागडोगरा में पोस्ट पोल वाॅयलेंस के पीड़ितों से मिलने के लिए गए हुए हैं।
बिश्नोई ने शाह से की मुलाकात
हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट के लिए लॉबिंग शुरू हो गई है। रोहतक से दीपेंद्र हुड्डा के सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है। राज्यसभा द्वारा खाली सीट का नोटिफिकेशन जारी किया जा चुका है। देशभर में राज्यसभा की कुल दस सीटें खाली हुई हैं। ऐसी खबरें हैं कि भाजपा यहां से केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू को भी राज्यसभा भेजने का फैसला कर सकती है। बिट्टू भाजपा की टिकट पर पंजाब में लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन जीत नहीं सके। ऐसे में भाजपा अब उन्हें राज्यसभा में भेजेगी। पंजाब में राज्यसभा की न तो कोई सीट खाली है और अगर होती तो भी भाजपा को नहीं मिल पाती। इस बीच, सोमवार को पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई तथा उनकी पत्नी व पूर्व विधायक रेणुका बिश्नोई ने नयी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। उनकी इस मुलाकात को राज्यसभा से जोड़कर देखा जा रहा है। हालांकि हिसार लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने वाले बिजली मंत्री रणजीत सिंह यहां भाजपाइयों द्वारा ही भितरघात किए जाने के आरोप लगा चुके हैं। कुलदीप बिश्नोई के प्रभाव वाले विधानसभा क्षेत्रों – आदमपुर और नलवा में भी रणजीत सिंह को अच्छे वोट नहीं मिल सके। बिश्नोई की अमित शाह से हुई मुलाकात के बाद उनके (बिश्नोई) समर्थकों ने सोशल मीडिया पर जिस तरह का प्रचार किया है, उससे यही संकेत मिले रहे हैं कि कुलदीप भी राज्यसभा जाने की कोशिश कर रहे हैं। चर्चा है कि राजस्थान में भाजपा के समर्थन में चलाए गए अभियान तथा लोकसभा चुनाव के दौरान टिकट वितरण में हुई अनदेखी का हवाला देते हुए कुलदीप ने राज्यसभा के लिए अपनी दावेदार पेश की है। वहीं दूसरी ओर, पूर्व केंद्रीय मंत्री व कांग्रेस नेता चौ. बीरेंद्र सिंह ने विपक्ष को सुझाव देते हुए कहा - भाजपा को परास्त करने के मकसद से हम सभी विपक्षियों को एकजुट होकर एक साझा उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतारना होगा ताकि राजनीतिक माहौल को अपने पक्ष में किया जा सके।