भाजपा ने सिरसा में झोंकी ताकतअशोक तंवर को जिताने के लिए बड़े नेताओं के होंगे तूफानी दौरे
आनंद भार्गव/हप्र
सिरसा, 6 मई
जैसे-जैसे वोटिंग की तारीख नजदीक आ रही है, सिरसा लोकसभा सीट पर चुनावी घमासान तेज होने लगा है। भाजपा ने अशोक तंवर को चुनावी मैदान में उतारा है, तो कांग्रेस ने कुमारी सैलजा को टिकट दी है। वर्ष-2019 में भाजपा प्रत्याशी सुनीता दुग्गल ने कांग्रेस के अशोक तंवर को 3 लाख से अधिक वोटों से हराया था। इस बार चुनावी रणनीतिकार और सट्टा बाजार सैलजा की स्थिति को ज्यादा मजबूत मान
रहे हैं। भाजपा ने भी सिरसा सीट पर जीत का इतिहास दोहराने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया है और अपनी पूरा ताकत झोंक दी है। प्रदेश की सत्ता संभालने के बाद नायब सिंह सैनी मंगलवार को तीसरी बार सिरसा लोकसभा क्षेत्र में आएंगे। वे डबवाली के गांव गोरीवाला में विजय संकल्प रैली को संबोधित करेंगे।
चर्चा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सिरसा आ सकते हैं। प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। पीएम की जनसभा के लिए संभावित स्थान का चयन करने के लिए मंंगलवार को मुख्यमंत्री सिरसा में भाजपा नेताओं के साथ मंथन करेंगे। इससे पहले मोदी 2014 में चुनावी जनसभा को संबोधित करने के लिए सिरसा आए थे। पीएम मोदी के अलावा अशोक तंवर के समर्थन में उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल भी सिरसा आ सकते हैं।
गोपाल, मीनू बैनीवाल, रणजीत सिंह बन सकते हैं ‘खेवनहार’
सिरसा में कुमारी सैलजा के प्रचार में कांग्रेसी गुटबाजी से ऊपर उठकर काम कर रहे हैं। जो नेता एक-दूसरे के खिलाफ खुलकर बोलते थे, वे भी एक मंच पर ‘बहनजी’ की जीत के लिए वोट मांग रहे हैं। दूसरी तरफ अशोक तंवर को बार-बार पार्टी बदलने वाला कहा जा रहा है। किसान आंदोलन के गुस्से का भी खामियाजा भी उन्हें भुगतना पड़ रहा है। इन सबके बावजूद सिरसा के विधायक गोपाल कांडा, बिजली मंत्री रणजीत सिंह, कद्दावर नेता मीनू बैनीवाल तरूप के पत्ते साबित हो सकते हैं, जो चुनाव परिणाम बदलने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।