भाजपा ने किसानों के उत्थान पर दिया जोर : रणजीत
हिसार/नारनौंद, 6 मई (हप्र/निस)
हिसार से भाजपा उम्मीदवार रणजीत सिंह चौटाला ने कहा कि भाजपा सरकार ने किसान वर्ग के उत्थान पर सबसे ज्यादा जोर दिया है। सरकार का हमेशा यही प्रयास रहा है कि कृषि प्रधान देश का किसान खुशहाल होना चाहिए।
रणजीत चौटाला अपने जनसंपर्क अभियान के तहत नारनौंद विधानसभा क्षेत्र के गांव पेटवाड़ में जनसभा करके वोटों की अपील कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश की भाजपा सरकार किसान हितैषी रही है। किसानों के हित में कई कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा कि 30 साल पुराने खाल, जो कांग्रेस सरकार ने भी नहीं बनवाए, वे भी भाजपा सरकार ने नये बनवाए।
भाजपा लोकसभा मीडिया प्रभारी राजेंद्र सपड़ा ने बताया कि रणजीत चौटाला ने सोमवार को नारनौंद विधानसभा क्षेत्र के गांव सीसर, खरबला, रोशनखेड़ा, सिंघवा, मदनहेड़ी, मोहला, भकलाना, पेटवाड़, सुलचानी, नारनौंद, माजरा, माढ़ा, राजपुरा, ढाणी ब्राह्मणान, पाली व गुज्जरबाड़ा का दौरा किया। रणजीत ने कहा कि देश में लगातार तीसरी बार भाजपा की सरकार बनने वाली है। डबल इंजन की सरकार में प्रदेश को विकासशील बनाया जाएगा। कैप्टन अभिमन्यु के साथ मिलकर हलके को नयी ऊंचाइयों पर पहुंचने का काम करेंगे। वे नारनौंद में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता घर-घर जाकर पार्टी को मजबूत करने का काम करें। इस मौके पर भाजपा युवा नेता अजय सिंधू, खेल रत्न बिजेंद्र लोहान, जयवीर माजरा, सुषमा पांचाल, दीपक लोहान, जगदीश फोजी, पार्षद संजय खरब, अमरजीत लोहान, आजाद शर्मा, सुनील पाल वाल्मीकि, रामकेश पेटवाड़, मनीष भट्ट, कृष्ण लोहान, शमशेर सैनी, कमलेश भैणी मौजूद रहे।
पोते सूर्यप्रकाश ने चलाया जनसंपर्क
रणजीत के समर्थन में उनके पारिवारिक सदस्यों ने चुनाव प्रचार तेज कर दिया है। उनके पोते सूर्यप्रकाश ने जिले में कई स्थानों पर कार्यक्रम किए और दादा के लिए वोटों की अपील की। सूर्यप्रकाश चौटाला ने वार्ड-8 में वोटों की अपील की। कार्यक्रम की अध्यक्षता अनुसूचित जाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष राजकुमार इंदौरा ने की। सूर्यप्रकाश चौटाला ने अपने दादा के लिए वोटों की अपील करते हुए क्षेत्रवासियों को आश्वासन दिया कि उनका परिवार हर सुख-दुख में उनके साथ रहेगा।
किसानों का विरोध, सीसर नहीं पहुंचे
रणजीत चौटाला के नारनौंद हलके के दौरे की शुरुआत सीसर गांव से होनी थी। किसानों के भारी विरोध के कारण गांव को पुलिस छावनी के रूप बदल दिया था। उसके बावजूद भी ग्रामीणों ने कार्यक्रम का विरोध किया। ग्रामीणों की पुलिस के साथ बहस हुई। आखिरकार रणजीत को इस गांव का प्रोग्राम रद्द करना पड़ा। ग्रामीण भाजपा प्रत्याशी के कार्यक्रम से पहले इकट्ठे हो गए और उन्होंने बताया कि वह भाजपा प्रत्याशी से सवाल जवाब करना चाहते थे। लेकिन प्रशासन ने गांव में पुलिस भेज दी। ग्रामीणों ने पुलिसकर्मियों को गांव से बाहर जाने के लिए भी कहा, लेकिन पुलिसकर्मी गांव में ही डटे रहे।