15 सीटों पर मामूली अंतर से हुई भाजपा कांग्रेस उम्मीदवारों की जीत-हार
चंडीगढ़, 9 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा विधानसभा चुनावों में 15 ऐसी सीटें सामने आई हैं, जहां प्रत्याशियों के बीच हार-जीत का अंतर बेहद कम रहा है। इनमें से तीन कांग्रेस प्रत्याशी रेणुबाला (साढौरा), बलवान सिंह दौलतपुरिया (फतेहाबाद), और चंद्रमोहन बिश्नोई (पंचकूला)कुमारी सैलजा के करीबी माने जाते हैं।
सबसे कम अंतर से जीत उचाना सीट पर दर्ज की गई, जहां भाजपा के देवेंद्र अत्री ने पूर्व सांसद बृजेंद्र सिंह (कांग्रेस) और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला (जजपा) को महज 32 वोटों से हराया। बृजेंद्र सिंह दूसरे स्थान पर रहे, जबकि दुष्यंत चौटाला पांचवें स्थान पर खिसक गए। पिछली बार 10 विधायक लाने वाले दुष्यंत चौटाला ने इस बार भाजपा के समर्थन से सत्ता में साढ़े चार साल तक भागीदारी की, लेकिन इस बार उनकी पार्टी को बड़ा झटका लगा।
रेणुबाला (साढौरा) ने भाजपा के बलवंत सिंह को 1699 मतों के अंतर से हराया। वहीं, अशोक अरोड़ा (थानेसर) ने भाजपा के सुभाष सुधा को 3243 वोटों से हराकर कांग्रेस के लिए सीट जीती। अशोक अरोड़ा पहले इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष थे, लेकिन बाद में कांग्रेस में आ गए।
बीबी बतरा (रोहतक) ने भाजपा के मनीष ग्रोवर को 1341 मतों से हराकर कांग्रेस को बढ़त दिलाई। वहीं, आदमपुर में कांग्रेस के चंद्रप्रकाश ने भजनलाल के पोते भव्य बिश्नोई को 1268 मतों से हराया। शमशेर गोगी (असंध) ने 2306 मतों के अंतर से भाजपा के योगेंद्र राणा से हार का सामना किया। अटेली से भाजपा की आरती राव ने कांग्रेस के अतरलाल को 3085 वोटों से हराया। वहीं, डबवाली में इनेलो के आदित्य देवीलाल चौटाला ने कांग्रेस के अमित सिहाग को 610 मतों से हराया। सुनील सांगवान (दादरी) ने कांग्रेस की मनीषा सांगवान को 1957 मतों से पराजित किया, जबकि फतेहाबाद में बलवान सिंह दौलतपुरिया ने भाजपा के पूर्व विधायक दूड़ाराम को 2252 मतों के अंतर से हराया। बलवान सिंह को कुमारी सैलजा का समर्थक माना जाता है, जबकि दूड़ाराम पूर्व सीएम भजनलाल के भतीजे और कुलदीप बिश्नोई के चचेरे भाई हैं।