लोकसभा चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश के खिलाफ थे बीरेंद्र सिंह और उनके समर्थक
उचाना, 28 अगस्त (निस)
विधानसभा चुनाव में हॉट सीटों में शामिल उचाना हलके से कांग्रेस की टिकट के लिए 17 आवेदन आए। टिकट को लेकर पूरी रार आपस में छिड़ी हुई है। कांग्रेस कार्यालय में कार्यकर्ताओं की मीटिंग में बीते विधानसभा चुनाव में पूर्व कांग्रेस उम्मीदवार बलराम कटवाल ने कहा कि दस साल पहले उचाना से कांग्रेस को खत्म करने वाले आज कांग्रेस में आकर कांग्रेस से टिकट मांग रहे है। हाईकमान से मतदाताओं की मांग है कि जिसे उचाना के मतदाता चाहते हैं पार्टी उसे टिकट दे। लोकसभा चुनाव से पहले बीरेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल हो गए लेकिन लोकसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को वोट दिलवाने की बजाए भाजपा उम्मीदवार के साथ बीरेंद्र सिंह समर्थक नजर आए। पर्दे के पीछे बीरेंद्र सिंह के विरोध के बाद भी कांग्रेस उचाना से 37 हजार मतों से जीती। उचाना हलके के हर गांव के लोग बता देंगे कि बीरेंद्र सिंह समर्थक चुनाव में क्या कर रहे थे। बीरेंद्र सिंह के कार्यकर्ता जयप्रकाश को हराने के लिए लगे हुए थे। कटवाल ने कहा कि 2014 में जब बीरेंद्र सिंह कांग्रेस छोड़ कर भाजपा में गए थे तो उचाना हलके से कांग्रेस को खत्म कर दिया था। भागसिंह छात्तर ने भी चुनाव 2014 में लड़ा दो हजार से कम वोट आए थे। मैंने भी चुनाव लड़ा तो कांग्रेस के खिलाफ हवा होने से चुनाव में हार गया था। सभी कार्यकर्ताओं ने मिलकर साढ़े चार साल मेहनत करके कांग्रेस को दोबारा से मजबूत उचाना हलके में किया। लोकसभा चुनाव में उचाना हलके से कांग्रेस 37 हजार से अधिक मतों से जीती। कांग्रेस को मजबूत करने के लिए मीटिंग का आयोजन किया गया है। मीटिंग में पहुंचे लोगों ने दोनों हाथ खड़े करके मीटिंग में हुए फैसले पर अपनी सहमति दी।