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पंचतत्व में विलीन हो गयीं ‘बिहार कोकिला’ शारदा सिन्हा

07:53 AM Nov 08, 2024 IST
पटना के गुलबी घाट में बृहस्पतिवार को लोक गायिका शारदा सिन्हा को राजकीय सम्मान के साथ श्रद्धांजलि अर्पित करते सुरक्षा बलों के जवान। -प्रेट्र

पटना, 7 नवंबर (एजेंसी)
लोकप्रिय लोक गायिका शारदा सिन्हा का बृहस्पतिवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ यहां अंतिम संस्कार किया गया। उनके पुत्र अंशुमान सिन्हा ने उन्हें मुखाग्नि दी। पटना के महेंद्रू इलाके में गुलबी घाट श्मशान के बाहर शारदा सिन्हा के अंतिम दर्शन के लिए सैकड़ों प्रशंसक जमा थे। इस दौरान भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे भी मौजूद थे। राजेंद्र नगर क्षेत्र (कंकड़बाग के पास) स्थित शारदा सिन्हा के आवास से श्मशान घाट तक अंतिम यात्रा निकाली गई, जहां उनका अंतिम संस्कार किया गया।

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पटना में बिहार कोकिला शारदा सिन्हा को रेत की कलाकृति तैयार कर श्रद्धांजलि अर्पित करते सेंड आर्टिस्ट मधुरेद्र। -प्रेट्र

‘पद्म भूषण’ से सम्मानित शारदा सिन्हा का मंगलवार रात को निधन हो गया था। सिन्हा रक्त कैंसर ‘मल्टीपल मायलोमा’ से ग्रसित थीं। उनका नयी दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में इलाज हो रहा था। वह 72 वर्ष की थीं। लोकप्रिय लोकगायिका का पार्थिव शरीर बुधवार को विमान के जरिये नयी दिल्ली से पटना लाया गया। पटना हवाई अड्डे पर बिहार के कई मंत्री मौजूद थे। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनके घर गए और पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया। ‘बिहार कोकिला’ के रूप में विख्यात शारदा सिन्हा ने ‘कार्तिक मास इजोरिया’, ‘सूरज भइले बिहान’ सहित कई लोकगीत और छठ पर्व के गीत गाए।

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