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जेल में बंद कट्टरपंथी अमृतपाल, सरबजीत खालसा की बड़ी जीत

11:24 AM Jun 05, 2024 IST
अमृतपाल की माता को जीत का प्रमाण पत्र देते रिटर्निंग ऑफिसर। -ट्रिब्यून फोटो
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चंडीगढ़, 4 जून (हप्र)
पूरे देश में जहां एग्जिट पोल के विपरीत आए नतीजे ने पूरे देश को चौंकाया, वहीं पंजाब से खडूर साहिब और फरीदकोट से दो निर्दलीय उम्मीदवारों ने सभी प्रमुख पार्टियों के उम्मीदवारों को हराकर सभी को हैरत में डाल दिया। खडूर साहिब लोकसभा सीट से गरमख्याली अमृतपाल जोकि इस समय असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद है, ने लोकसभा सीट अपने नाम की। गायक एक्टर दीप सिद्धू की मृत्यु के बाद 2022 में दुबई से भारत लौटे अमृतपाल वारिस पंजाब दे के मुखिया के तौर पर काम करना शुरू किया और खालिस्तान के समर्थन में बयानबाजी शुरू की जिस पर पुलिस ने अमृतपाल को हिरासत में ले लिया। अमृतपाल के साथियों ने उसे छुड़ाने की कोशिश की और उसके समर्थकों और पुलिस के बीच टकराव भी हुआ। अमृतपाल पर कई धाराओं में केस दर्ज किया। अमृतपाल कई दिनों तक फरार रहा लेकिन कुछ दिनों बाद अमृतपाल को जरनैल सिंह भिंडरावाले के गांव से पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अमृतपाल पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत मामला दर्ज कर उन्हें असम की डिब्रूगढ़ जेल में भेज दिया। अमृतपाल ने जेल से ही अपना नामांकन पत्र भरा। प्रचार की कमान अमृतपाल के माता-पिता ने संभाली।


फरीदकोट सीट पर पूर्व सांसद स्वर्गीय विमल कौर खालसा के पुत्र सरबजीत खालसा ने लोकसभा सीट जीती। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारे बेअंत सिंह की पत्नी सरबजीत कौर खालसा ने 1989 में चुनाव लड़ा था। रोपड़ सीट विमल कौर खालसा ने सीट जीत ली थी। सरबजीत खालसा ने इससे पहले 2004 में बठिंडा से और 2007 में भदौड़ से विधानसभा चुनाव लड़ा। 2014 में भी फतेहगढ़ साहिब से 2019 में बहुजन समाज पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ा था लेकिन सभी चुनाव हार गए थे। इस बार लोकसभा चुनाव में सरबजीत खालसा ने जीत हासिल की।
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काउंटिंग सेटरों पर थी कड़ी सुरक्षा

मतगणना के लिए फरीदकोट व मोगा में 2 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। जिनमें 300 कर्मचारियों की तैनाती की गई है। किसी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए 300 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।

खडूर साहिब लोकसभा क्षेत्र

खडूर साहिब लोकसभा सीट पर खालिस्तानी समर्थक और निर्दलीय प्रत्याशी अमृतपाल को जीत हासिल हुई। अमृतपाल को 376287 वोट मिले हैं। उन्होंने कांग्रेस के कुलबीर सिंह जीरा को पराजित किया है। कुलबीर सिंह जीरा को 198265 वोट मिले है। तीसरे नंबर पर आम आदमी पार्टी के मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर रहे, उन्हें 186665 वोट मिले हैं। अमृतपाल ने यह चुनाव असम जेल में बंद रहते हुए जीता है। उनका नामांकन कराने के लिए असम की जेल से जेल सुपरिटेंडेंट यहां आए थे।

फरीदकोट लोकसभा क्षेत्र

फरीदकोट से गर्मख्याली सरबजीत सिंह खालसा की जीत हुई है। सर्बजीत खालसा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के हत्यारोपी बेअंत सिंह के बेटे हैं। सर्बजीत ने पंजाब के सीएम भगवंत मान के काफी नजदीकी मित्र एवं पंजाबी एक्टर कर्मजीत अनमोल और भाजपा के हंसराज हंस को हराया। यहां से आप उम्मीदवार कर्मजीत अनमोल, भाजपा प्रत्याशी हंसराज हंस और आजाद उम्मीदवार सरबजीत सिंह खालसा के बीच मुख्य मुकाबला है। इसके अलावा कुल 28 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इस सीट पर इस बार 64 प्रतिशत वोटिंग हुई है। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार कर्मजीत अनमोल को 228009, कांग्रेस उम्मीदवार अमरजीत कौर को 160357 वोट और भाजपा उम्मीदवार राजविंद्र सिंह धर्मकोर्ट को 138251 वोट मिले।

काउंटिंग सेटरों पर थी कड़ी सुरक्षा

मतगणना के लिए फरीदकोट व मोगा में 2 काउंटिंग सेंटर बनाए गए हैं। जिनमें 300 कर्मचारियों की तैनाती की गई है। किसी तरह की गड़बड़ी रोकने के लिए 300 सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं।

 

 

 

 

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