हरियाणा में किडनी मरीजों को बड़ी राहत, अस्पतालों में डायलिसिस फ्री
चंडीगढ़, 18 अक्तूबर (ट्रिन्यू)
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने शुक्रवार को चंडीगढ़ स्थित सिविल सचिवालय पहुंचकर पदभार ग्रहण कर लिया। पदभार संभालने के बाद पहले फैसले में सीएम सैनी ने कहा कि राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में गंभीर किडनी रोगियों को फ्री डायलिसिस की सुविधा मिलेगी। भविष्य में सभी मेडिकल कॉलेजों में भी इस फ्री सुविधा का लाभ मिलेगा। नायब सैनी ने कहा कि इस बारे में संबंधित विभागों को ड्राफ्ट तैयार करके अधिसूचना जारी करने के निर्देश भी दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 2 करोड़ 80 लाख लोगों की सेवा का व्रत लेकर प्रदेश के मुख्य सेवक के रूप में उन्होंने कार्यभार ग्रहण कर लिया है। प्रदेश को सर्वश्रेष्ठ, समृद्ध और आत्मनिर्भर बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। मुख्यमंत्री सिविल सचिवालय की चौथी मंजिल पर ही बैठेंगे।
इस बीच मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सरकारी भर्तियों को लेकर कांग्रेस को घेरा है। विगत दिवस ही हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग द्वारा 24 हजार से अधिक नौकरियों के घोषित किए गए नतीजों को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेसियों के लिए नौकरी देना एक बिजनेस था। कांग्रेसी हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को लाला की दुकान समझते थे। वे शुक्रवार को चंडीगढ़ में कैबिनेट की मीटिंग के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
सैनी ने कहा कि हरियाणा के किसानों की फसल का एक-एक दाना एमएसपी पर खरीदा जाएगा। उनके खाते में धान खरीद का 3,056 करोड़ रुपया पहुंचाना है। 17 अक्तूबर तक 3 लाख 44 हजार मीट्रिक टन बाजरे की आवक हुई है। इसमें से 2 लाख मीट्रिक टन से ज्यादा की खरीद की जा चुकी है। किसानों के खाते में 331 करोड़ रुपए पहुंचा दिए हैं। उन्होंने कहा - जब मैं पहली बार सीएम बना तो मैंने वादा किया था कि 50 हजार नौकरियां देंगे।
अभी तक 15 हजार को दे चुके हैं। 25 हजार को देने जा रहे हैं। अभी तक पूर्व सीएम मनोहर लाल इसे आगे बढ़ा रहे थे। अब ये जिम्मेदारी मेरी है कि बिना खर्ची और बिना पर्ची के युवाओं को नौकरी दूं। मैंने कहा था कि मैं शपथ बाद में लूंगा, पहले 25 हजार युवाओं को नौकरी दूंगा। आज मैंने भी जॉइन किया है, और उन युवाओं ने भी किया है। सैनी ने कहा कि जो योजनाएं पहले से चल रही हैं कि उन्हें भी नॉन-स्टॉप जारी रखा जाएगा। सुशासन हमारी सरकार का मूल मंत्र होगा। सब वर्गों का हित सुरक्षित रखने वाली नीतियां मुझे विरासत में मिली हैं।
विभागों पर मंथन के लिए सीएम दिल्ली पहुंचे
हरियाणा में नायब सरकार के गठन के बाद अब मंत्रियों के विभागों के बंटवारे की कवायद शुरू हो गई है। शुक्रवार को हरियाणा मंत्रिमंडल की पहली बैठक के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी नई दिल्ली पहुंच गए। वहां उनकी कई केंद्रीय नेताओं के साथ मुलाकात होनी है। माना जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व के साथ वे मंत्रियों के विभागों के बंटवारे को लेकर ही बातचीत करेंगे। मुख्यमंत्री के चंडीगढ़ लौटने के बाद विभागों का आवंटन किया जाएगा। माना जा रहा है कि विभागों का आवंटन होने में दो से तीन दिन लग सकते हैं। वहीं दूसरी ओर, मंत्रियों की ओर से अपने पसंदीदा विभागों को लेकर लॉबिंग शुरू की जा चुकी है। सूत्रों का कहना है कि इस बार गृह तथा टाउन एंड कंट्री प्लानिंग और वित्त विभाग मुख्यमंत्री अपने पास ही रख सकते हैं। मनोहर सरकार के दूसरे कार्यकाल में गृह विभाग अनिल विज के पास था। वहीं नायब सरकार के पहले कार्यकाल में वित्त तथा टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग जेपी दलाल को दिया हुआ था। सूत्रों का कहना है कि आबकारी एवं कराधान, राजस्व एवं आपदा प्रबंध, शहरी स्थानीय निकाय, वित्त, उद्योग एवं वाणिज्य, कृषि, विकास एवं पंचायत, सहकारिता, खाद्य एवं आपूर्ति, पीडब्ल्यूडी, लेबर तथा पर्यावरण जैसे अहम विभागों को लेकर मंत्रियों ने अंदरखाने लॉबिंग शुरू कर दी है। लेकिन जिस तरह से मंत्रियों का चयन हुआ है। उससे स्पष्ट है कि विभागों का बंटवारा भी हाईकमान के स्तर पर ही होगा।