कांग्रेस के बड़े नेताओं में चुनाव लड़ने का दम नहीं
भिवानी, 1 अप्रैल (हप्र)
प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दावा किया कि लोकसभा चुनाव में जजपा प्रदेश की सभी दस सीटें जीतेगी। नवरात्र के समय पार्टी के 9 अन्य प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता चुनाव लड़ने का दम नहीं रखते।
पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने सोमवार को भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से जजपा प्रत्याशी राव बहादुर सिंह के पक्ष में प्रचार किया। पत्रकारों से बात करते हुये उन्होंने केजरीवाल की गिरफ्तारी पर कहा कि इस मामले में एजेंसियां जांच कर रही हैं लेकिन सत्ता में रहने वाली पार्टी हमेशा जांच एजेंसियों का दुरुपयोग करती हैं।
दुष्यंत चौटाला ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी का चेहरा नई कांग्रेस का चेहरा है। जनता ये सब समझ रही है। जिस प्रकार रातोंरात पार्टी में नेताओं को मिलाकर टिकट दी इससे साफ है कि बीजेपी का कैडर बहुत कमजोर है। बीजेपी के पुराने लोगों को किनारे किया गया। लोग बीजेपी को वोट से चोट देंगे। 2014 में बीजेपी ने जिनका विरोध किया आज उनकों ही टिकट देकर चुनावी मैदान में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि मोदी पर तंज कसा और कहा कि 400 पार का बुखार मात्र 200 सीटों पर आकर ठहर जाएगा। उम्मीद से 50 प्रतिशत सीटें जब भाजपा को मिलेंगी तो भाजपा का बुखार उतर जाएगा। दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पार्टी संगठन विस्तार के लिए चुनाव लड़ती है। हमारे लिए तो लोकसभा चुनाव एक मौका है ताकि दस के दस सीटों पर कैडर को बढ़ाया जा सकें। हरियाणा में लोकसभा चुनाव तो विधानसभा चुनाव के लिए ट्रेलर है। इस अवसर पर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए पूर्व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता डर के मारे चुनावी मैदान छोड़कर भाग रहे हैं। भूपेंद्र हुड्डा चुनाव लड़ने से मना कर रहे हैं। उन्होंने दिखा दिया कि वे आज चुनाव लड़ने का दम नहीं रखते है। हुड्डा में दम होता तो वो कहते कि पार्टी जो भी जिम्मेदारी देगी तो चुनाव लडूंगा।
‘बिरेंद्र सिंह के साथ 2 हजार लोग भी नहीं होंगे’
बिरेंद्र सिंह पर कटाक्ष करते हुए दुष्यंत चौटाला ने कहा कि बेटे को कांग्रेस में शामिल करवा दिया है और अपनी पत्नी व खुद बीजेपी में रह गए और फैसला नहीं ले पा रहे। बिरेंद्र सिंह दो लाख लोगोंं की रैली की बात करते है। अगर उनमें दम है तो रैली करें और हरियाणा को दिखाना चाहिए कि वो कितने बड़े नेता है। जिस दिन बिरेंद्र सिंह कांग्रेस में शामिल होंगें उस दिन दो हजार लोग भी उनके साथ नजर नहीं आएंगें।