अभिशाप मानी जाने वाली बड़ी और छोटी नदियां भावी पीढ़ियों के लिए वरदान बनेंगी : स्वास्थ्य मंत्री
संगरूर, 18 मई (निस)
पंजाब के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि कई दशकों से पटियाला को बाढ़ के प्रकोप का शिकार बताकर राजनीति करने वालों ने कभी भी पटियाला को बाढ़ से बचाने के लिए कोई वैज्ञानिक तरीका नहीं अपनाया, बल्कि लोगों को केवल गुमराह किया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार पटियाला के लिए नासूर समझे जाने वाले बड़े और छोटे दरियाओं को भावी पीढ़ियों के लिए वरदान बनाएगी, जिसके लिए एक पूरा प्रोजेक्ट बनाया गया है। वह आज सभी विभागों के अधिकारियों के साथ बड़ी व छोटी नदी परियोजनाओं की समीक्षा करने के लिए मौके पर पहुंचे थे।
डॉ. बलबीर सिंह ने कहा कि 2023 की बाढ़ और 93-94 की बाढ़ के अलावा पटियाला वासियों को इन दोनों नदियों से होने वाले नुकसान को कई बार झेलना पड़ा है। यह प्रकृति के प्रकोप से ज्यादा सरकारों की गलत नीतियों के कारण हुआ है, लेकिन अब इसका वैज्ञानिक समाधान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पटियाला की राव नदी, जो चंडीगढ़, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब से होकर पटियाला पहुंचती है, में कई अन्य छोटी नदियां भी मिलती हैं। अब पूरी योजना बनाकर चंडीगढ़ से पटियाला तक 15/30 फीट के कम से कम एक हजार कुएं बनाए जाएंगे, जिन्हें ईंटों और जाल से ढका जाएगा। प्रत्येक कुआं दो से पांच लाख लीटर पानी पी सकेगा, जिससे भूजल का स्तर बढ़ेगा और मान सरकार की यह पहल हमारी आने वाली पीढ़ियों को पानी का उपहार देगी।
अपने दौरे के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने संबंधित विभाग के अधिकारियों को डियर पार्क के नजदीक जलभराव का स्थायी समाधान निकालने के निर्देश दिए और कहा कि पटियाला के अर्बन एस्टेट, फ्रेड्स कॉलोनी, गोबिंद नगर, चिनार बाग, तेजपाल कॉलोनी के जलमग्न होने का मुख्य कारण यहां आने वाली बाढ़ है। इसलिए यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि दौलतपुर हैड से पानी उसी क्षमता से निकले, ताकि पानी आसानी से गुजर सके और आस-पास की कॉलोनियों को इसका खमियाजा न भुगतना पड़े।