पेरिस ओलंपिक में भिवानी की जैस्मिन दिखाएंगी मुक्के का दम
अजय मल्होत्रा/हप्र
भिवानी, 20 जुलाई
पेरिस ओलंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली बॉक्सर जैस्मिन लंबोरिया के समर्थकों व परिजनों को उम्मीद है कि वे इस बार पदक लेकर जरूर लौटेंगी। 57 किलोग्राम भार वर्ग में जैस्मिन लंबोरिया अपने मुक्के का दम दिखाएंगी। उन्होंने 2016 में 10वीं कक्षा में पढ़ते हुए परदादा व चाचा से प्रेरित होकर बॉक्सिंग खेलना शुरू किया था। घर में दो बॉक्सर चाचा होने के कारण जैस्मिन ने अभ्यास में मुश्किल नहीं झेली। 2001 में जन्मी जैस्मिन 57 किलोग्राम भार वर्ग में मुक्केबाजी में देश का प्रतिनिधित्व करेंगी। जैस्मिन लंबोरिया ने वर्ष 2021 में एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल, 2021 में इंटरनेशनल बॉक्सिंग टूर्नामेंट में सिल्वर मेडल, 2022 में कॉमनवेल्थ गेम्स में कांस्य पदक प्राप्त किया व 2023 में एशियन चैंपियशिप में क्वार्टर फाइनल में पहुंची थीं। इसके अलावा जैस्मिन ने ऑल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। जैस्मिन को पदक प्राप्त करने के लिए कम से कम तीन मैच खेलने होंगे। अगर बाई मिलती है तो तीन नहीं तो चार मैच खेलने होंगे। जैस्मिन का पहला मैच 30 जुलाई को होगा। जैस्मिन के पिता जयवीर लंबोरिया होमगार्ड हैं और मां जोगिंद्र कौर गृहिणी हैं। चाचा संदीप और परविंदर भी अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज हैं। जैस्मिन की बॉक्सिंग में छठी रैंकिंग है। 4 भाई-बहनों में जैस्मिन तीसरे नंबर पर है, भाई सबसे छोटा है।