आग से स्वाह हुई भारत सीट्स कंपनी, जानी नुकसान नहीं
गुरुग्राम, 31 मई (हप्र)
उद्योग विहार फेज-4 के प्लॉट नंबर-1 में बनीं भारत सीट्स कंपनी में शुक्रवार को आग लग गई। जब आग लगी, उस समय कंपनी में सैकड़ों कर्मचारी काम कर रहे थे। तुरंत ही सभी को बाहर निकाला गया। सूचना मिलते ही फायर बिग्रेड की टीमें मौके पर पहुंची और आग बुझानी शुरू की। कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया।
जानकारी के अनुसार भारत सीट्स कंपनी में रोजाना की तरह से शुक्रवार को भी कर्मचारी काम कर रहे थे। इसी बीच कंपनी में आग लग गई। आग लगने से आसमान की तरफ काफी गुब्बार बन गया। दूर से ही आगजनी नजर आ रही थी। सुबह 10:20 पर दमकल विभाग को आग की सूचना दी गई। तुरंत प्रभाव से दमकल विभाग से टीम घटनास्थल के लिए रवाना हो गई। उद्योग विहार फायर विभाग की दो गाड़ियां मौके पर पहुंची। उद्योग विहार फायर विभाग के अधिकारी रामकरण ने बताया कि कंपनी में पहली मंजिल पर कैमिकल के ड्रम रखे हुए थे और आग ग्राउंड फ्लोर पर लगी थी। अगर आग कैमिकल तक पहुंच जाती तो स्थिति भयानक हो सकती थी। दमकल की टीमों ने ऐसा होने से पहले ही आग पर काबू पा लिया। कंपनी में लगे फायर सेफ्टी सिस्टम सुचारू रूप से चालू थे। इसलिए उनके माध्यम से भी आग बुझाने में सहायता मिली।
मानेसर में रेडीमेड गारमेंट्स कंपनी भी जली
आईएमटी मानेसर स्थित रेडीमेड गारमेंट्स कंपनी न्यूमेरो यूनो में बृहस्पतिवार की शाम से लगी आग शुक्रवार की दोपहर तक जारी रही। रह-रहकर आग धधकती रही। इस आग में कंपनी पूरी तरह से जलकर राख हो गई। करोड़ों का नुकसान यहां आग लगने से हो गया। दमकल विभाग के सामने इस आग को बुझाना काफी बड़ी चुनौती थी, जिस पर विभााग के कर्मचारियाें ने बृहस्पतिवार की पूरी रात व शुक्रवार दोपहर तक आग बुझाने का काम जारी रहा। जानकारी के अनुसार आईएमटी मानेसर के सेक्टर-8 में न्यूमेरो यूनो कंपनी की फैक्ट्री बिल्डिंग में गुरुवार की शाम को करीब 6 बजे आग लगी थी। देखते ही देखते आग कंपनी की पूरी फैक्टरी में फैल गई। कंपनी के ग्राउंड फ्लोर, फर्स्ट फ्लोर व सेकेंड फ्लोर पर आग कुछ ही देर में फैल गई। फायर ऑफिसर रमेश सैनी के अनुसार इस कंपनी में कच्चा और पक्का माल काफी मात्रा में था। इसी कारण आग ज्यादा फैलती चली गई। फायर ऑफिसर रमेश सैनी ने शुरुआती तौर पर आग लगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया है। क्योंकि आजकल गर्मी ज्यादा है। इसी कारण कंपनियों में मशीन गर्म हो जाती हैं, जिस कारण शॉर्ट सर्किट की संभावना ज्यादा जताई जा रही है।