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Bharat Band: बिहार, झारखंड, ओड़िसा व राजस्थान में मिलाजुला असर, पंजाब-हरियाणा में बंद बेअसर

02:54 PM Aug 21, 2024 IST
पटना में भारत बंद के दौरान एक प्रदर्शनकारी पर लाठी भांजता पुलिसकर्मी। पीटीआई फोटो

नयी दिल्ली, 21 अगस्त (एजेंसी)

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Bharat Band: दलित और आदिवासी संगठनों ने हाशिए पर पड़े समुदायों के लिए मजबूत प्रतिनिधित्व और सुरक्षा की मांग व अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के आरक्षण में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर 'भारत बंद' का आह्वान किया था। यह बंद अधिकांश राज्यों में बेअसर दिखा। झारखंड, बिहार, यूपी जैसे राज्यों में कुछ-कुछ जगह मिला जुला असर रहा, जबकि पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ में इसका असर देखने को नहीं मिला।


पटना में बंद के दौरान लाठीचार्ज हुआ। मजे की बात यह रही कि जिस एसडीएम ने लाठीचार्ज का आदेश दिया उस पर भी लाठीचार्ज हो गया। हालांकि बाद में पुलिस ने अपनी गलती मानी। इसका वीडियो खूब वायरल हो रहा है।

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मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले इंदौर में कोई असर नजर नहीं आया। बंद के दौरान जन-जीवन तथा कारोबारी गतिविधियां सामान्य बनी रहीं। चश्मदीदों ने बताया कि शहर की सड़कों पर यातायात आम दिनों की तरह नजर आया और माल परिवहन की गतिविधियां भी सुचारू रूप से जारी रहीं।

बंद के दौरान भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने जिलाधिकारी कार्यालय के सामने 'जय भीम' के नारे लगाते हुए धरना-प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में शामिल विनोद यादव आम्बेडकर ने कहा, 'हम आरक्षण के मामले में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के उप वर्गीकरण के विचार के खिलाफ हैं। देश में जातिगत जनगणना कराए बिना यह उप वर्गीकरण सरासर अनुचित होगा।'

हरियाणा-पंजाब की राजधानी चंडीगढ़ सहित दोनों राज्यों के अधिकांश जिलों में भी बंद बेअसर रहा। दोनों राज्यों में जनजीवन आम दिनों की तरह सामान्य रहा।

झारखंड में मिलाजुला असर

भारत बंद का झारखंड में मिलाजुला असर रहा। बंद के कारण सार्वजनिक परिवाहन की बसें सड़कों से नदारद रहीं और स्कूल भी बंद हैं। एक अधिकारी ने बताया कि हड़ताल के कारण मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी अपना पलामू का दौरा रद्द कर दिया है।

अजा-अजजा के आरक्षण में क्रीमी लेयर पर उच्चतम न्यायालय के पिछले एक अगस्त के फैसले के खिलाफ आज देश भर के 21 संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है।

संगठनों ने इस फैसले का विरोध करते हुए कहा कि इससे आरक्षण के मूल सिद्धांतों को क्षति होगी। राज्य के सत्तारूढ़ गठबंधन झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल- ने बंद को समर्थन दिया है। वामपंथी दलों ने भी बंद का समर्थन किया है। राज्य के कुछ हिस्सों में गठबंधन के कार्यकर्ता बंद के समर्थन में सड़कों पर भी उतरे।

रांची व कुछ जगह स्कूल बंद

रांची और राज्य के अधिकतर हिस्सों में स्कूल बंद हैं। सार्वजनिक परिवहन की कई बसें बस अड्डे पर खड़ी दिखाई दीं। लंबी दूरी की बस सेवाओं के ठप होने से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। खादगढ़ा बस अड्डे पर परिवहन का इंतजार करते हुए एक यात्री विनोद रवानी ने कहा, 'मुझे आज जरूरी काम से गिरिडीह जाना है, लेकिन बसें नहीं चल रहीं। मुझे इस घटनाक्रम के बारे में पहले से कोई जानकारी नहीं थी।' अधिकारी ने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

जहानाबाद में पुलिस व प्रदर्शनकारियों में झड़प

बिहार में विभिन्न दलित और आदिवासी संगठनों द्वारा बुधवार को आहूत भारत बंद का कई हिस्सों में मिलाजुला असर दिखा। बिहार में केंद्रीय कॉन्स्टेबल चयन बोर्ड (सीएसबीसी) कई जिलों में पुलिस की विभिन्न इकाइयों में सिपाही पद के लिए बुधवार को भर्ती परीक्षा भी आयोजित कर रहा है। जहानाबाद जिले में प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय राजमार्ग-83 (एनएच-83) पर यातायात अवरुद्ध किया और इस दौरान उनकी सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प हुई।

जहानाबाद में पांच प्रदर्शनकारी हिरासत में लिए गए

जहानाबाद नगर थाना के अवर निरीक्षक हुलास बैठा ने पत्रकारों को बताया, 'ऊंटा मोड़ के पास एनएच-83 पर यातायात अवरुद्ध करने की कोशिश कर रहे पांच प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया गया।' उन्होंने बताया कि बाद में सभी प्रदर्शनकारियों को एनएच-83 से हटाकर यातायात बहाल किया गया, हालांकि इस दौरान प्रदर्शनकारियों की सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प भी हुई।

मधेपुरा और मुजफ्फरपुर में यातायात अवरुद्ध

पुलिस के मुताबिक, मधेपुरा और मुजफ्फरपुर में भी प्रदर्शनकारियों ने कई स्थानों पर यातायात को अवरुद्ध करने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें तुरंत प्रदर्शन स्थल से हटा दिया गया। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया' (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटर इंक्लूसिव अलायंस) में शामिल कई अन्य दलों ने विभिन्न दलित एवं आदिवासी संगठनों द्वारा आहूत भारत बंद का समर्थन किया है।

राजस्थान के कई जिलों में भारत बंद का असर

भारत बंद का राजस्थान में मिला जुला असर देखा गया। राजधानी जयपुर के साथ साथ अजमेर सहित अनेक शहरों में प्रमुख बाजार बंद हैं और सड़कों पर आवागमन अन्य दिनों की तुलना में कम रहा। प्रशासन ने जयपुर सहित अनेक जिलों में स्कूल- कॉलेज में एहतियातन छुट्टी की घोषणा की है। यह 'बंद' सुबह नौ बजे शुरू हुआ और राज्य के अनेक जिलों में इसका असर रहा।

रोडवेज की बस नहीं चलने से लोग परेशान

प्रमुख बाजारों में दुकानें नहीं खुलीं। अनेक जगह रोडवेज की बस नहीं चलने से लोगों को परेशानी हुई। जयपुर की सड़कों पर भी अपेक्षाकृत कम वाहन द‍िखे। 'बंद' का आह्वान करने वाले संगठनों के कार्यकर्ताओं ने रैलियां निकालीं। पुलिस ने किसी भी तरह की अप्रिय घटना को टालने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किए हैं।

सोशल मीडिया पर पैनी नजर

जयपुर के पुलिस आयुक्त बीजू जॉर्ज जोसफ ने आयुक्तालय के सभी थाना क्षेत्रों में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए परामर्श जारी किया है। इसके तहत पुलिस अधिकारियों से कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने को कहा गया है। इसके साथ ही सोशल मीडिया पर पैनी नजर रखने को कहा गया है ताकि किसी भी प्रकार की भ्रामक बातें एवं अफवाह न फैलें। राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम ने अपने सभी वाहनों के सुरक्षित संचालन के संबंध में आदेश जारी किए हैं।

निगम की अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक श्रेया गुहा ने बताया कि भारत बंद के मद्देनजर सभी मुख्य प्रबंधक, प्रबंध संचालकों और यातायात प्रबंधकों को मुख्यालय पर ही उपस्थित रहने के लिए पाबंद किया गया है।

ओडिशा में सड़क, रेल सेवाएं आंशिक रूप से प्रभावित

ओडिशा में बुधवार को रेल तथा सड़क यातायात आंशिक रूप से बाधित रहा। पुलिस ने बताया कि सरकारी कार्यालयों, बैंक, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और शैक्षणिक संस्थानों में सामान्य रूप से कामकाज हो रहा है। गृह विभाग ने मंगलवार को एक संदेश में कहा, '...राज्य सचिवालय और मुख्य विभागों की इमारतों में काम कर रहे विभिन्न विभागों के अधिकारियों तथा कर्मचारियों को सुबह साढ़े नौ बजे तक कार्यालय पहुंचने की सलाह दी जाती है।'

भुवनेश्वर और संबलपुर में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों को रोका

ओडिशा में राज्य सचिवालय, मुख्य विभागों की इमारतों और अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है। भुवनेश्वर और संबलपुर में प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों को रोका जबकि विभिन्न मार्गों पर यात्री बसें नहीं चलीं। प्रदर्शनकारियों ने विभिन्न स्थानों पर प्रदर्शन किए और राष्ट्रीय राजमार्गों समेत कई सड़कें अवरुद्ध कर दीं। प्रदर्शनकारियों ने कुछ समय के लिए भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर विशाखा एक्सप्रेस रोक दी। उन्होंने संबलपुर में खेत्ररजपुर स्टेशन पर संबलपुर-पुरी और संबलपुर-रायगडा ट्रेनें भी रोक दीं।

पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को पटरियों से हटाया, जिसके बाद रेल संचालन बहाल हुआ। कटक, संबलपुर, बोलांगीर, मल्कानगिरी, सुंदरगढ़, क्योंझर और अन्य स्थानों से भी सड़कें अवरुद्ध होने की खबरें मिली हैं।

चिराग पासवान बोले- जब तक मैं हूं तब तक आरक्षण में किसी भी प्रकार का बदलाव संभव नहीं

केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने भारत बंद के आह्वान का नैतिक समर्थन किया और दावा किया कि वह जब तक हैं तब तक आरक्षण में किसी भी प्रकार का बदलाव संभव नहीं है।  चिराग ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, 'एससी-एसटी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के विरोध में शांतिपूर्ण तरीके से भारत बंद के फैसले का मैं और मेरी पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) अनुसूचित जाति एवं जनजाति के पक्ष में नैतिक रूप से समर्थन व्यक्त करती है।'

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