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भगत धन्ना जाट ने भक्ति के बल पर भगवान को पाया था : मेहर सिंह

08:50 AM Apr 21, 2025 IST
गुहला चीका, 20 अप्रैल (निस) शिरोमणि भगत धन्ना जाट की जयंती चीका में मनाई गई। भगत धन्ना जाट ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया और उनकी शिक्षाओं पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिरोमणि भगत धन्ना जाट ट्रस्ट के प्रधान विक्रम सिंह सीड़ा ने की व मुख्यातिथि के रूप में सीड़ा तोमर खाप के प्रधान बाबा मेहर सिंह ने शिरकत की। बाबा मेहर सिंह ने कहा कि धन्ना जाट का नाम प्रमुख संतों में लिया जाता है। उन्होंने बताया कि धन्ना भगत का जन्म 21 अप्रैल, 1415 ईसवी में राजस्थान के एक छोटे से गांव में हुआ था। वे श्री कृष्ण को भगवान मानते थे। धन्ना भगत अपने आराध्य को रोटी का भोग लगाते थे और भगवान प्रकट होकर उनका भोग ग्रहण करते थे। ट्रस्ट के प्रधान विक्रम सिंह सीड़ा ने कहा कि धन्ना भगत भक्तिकाल के महान आदर्श थे। धन्ना भगत की शिक्षाएं आज भी हमारे लिए प्रेरणादायी हैं। इस अवसर पर पार्षद सुखबीर उर्फ काला पहलवान, बिन्नी पहलवान, हरजिंदर नंबरदार, हरपाल सिंह, बलकार बल्लू, चरण सिंह, गुरमीत सिंह, हरबंस सिंह, प्रदीप कुमार व कुलदीप भी मौजूद रहे।

गुहला चीका, 20 अप्रैल (निस)
शिरोमणि भगत धन्ना जाट की जयंती चीका में मनाई गई। भगत धन्ना जाट ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा उनके चित्र पर माल्यार्पण कर नमन किया और उनकी शिक्षाओं पर चलने का संकल्प लिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता शिरोमणि भगत धन्ना जाट ट्रस्ट के प्रधान विक्रम सिंह सीड़ा ने की व मुख्यातिथि के रूप में सीड़ा तोमर खाप के प्रधान बाबा मेहर सिंह ने शिरकत की। बाबा मेहर सिंह ने कहा कि धन्ना जाट का नाम प्रमुख संतों में लिया जाता है। उन्होंने बताया कि धन्ना भगत का जन्म 21 अप्रैल, 1415 ईसवी में राजस्थान के एक छोटे से गांव में हुआ था। वे श्री कृष्ण को भगवान मानते थे।
धन्ना भगत अपने आराध्य को रोटी का भोग लगाते थे और भगवान प्रकट होकर उनका भोग ग्रहण करते थे। ट्रस्ट के प्रधान विक्रम सिंह सीड़ा ने कहा कि धन्ना भगत भक्तिकाल के महान आदर्श थे। धन्ना भगत की शिक्षाएं आज भी हमारे लिए प्रेरणादायी हैं। इस अवसर पर पार्षद सुखबीर उर्फ काला पहलवान, बिन्नी पहलवान, हरजिंदर नंबरदार, हरपाल सिंह, बलकार बल्लू, चरण सिंह, गुरमीत सिंह, हरबंस सिंह, प्रदीप कुमार व कुलदीप भी मौजूद रहे।

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