भद्रवाह राजमा, सुलाई शहद को मिला जीआई टैग
जम्मू, 30 अगस्त (एजेंसी)
जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले के प्रसिद्ध भद्रवाह राजमश (राजमा की एक किस्म) और रामबन के सुलाई शहद को भौगोलिक संकेतक (जीआई) का दर्जा मिल गया है। अधिकारियों ने कहा कि जीआई टैग मिलने से क्षेत्र के इन लोकप्रिय उत्पादों की अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में मदद मिलेगी।
जम्मू के संगठनों ने पिछले साल क्षेत्र के विभिन्न जिलों से आठ अलग-अलग पारंपरिक वस्तुओं के लिए जीआई टैग के लिए आवेदन किया था। कृषि उत्पादन एवं कृषक कल्याण निदेशक (जम्मू) केके शर्मा ने कहा, ‘डोडा और रामबन जिलों को आज दो भौगोलिक संकेतक मिले। एक भद्रवाह का राजमा है जिससे लाल सेम कहा जाता है। दूसरा शहद है। यह रामबन जिले का सुलाई शहद है। ये चिनाब घाटी के दो महत्वपूर्ण उत्पाद हैं।’ उन्होंने कहा कि ये उत्पाद क्षेत्र के सामाजिक-आर्थिक विकास का माध्यम हैं। जीआई के दर्जे से किसानों की आय दोगुना करने में मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2015 में ब्रिटेन की यात्रा के दौरान महारानी एलिजाबेथ को जैविक सुलाई शहद उपहार में दिया था।
भौगोलिक संकेतक या जीआई टैग एक दर्जा है जो किसी विशेष उत्पाद को मिलता है। यह किसी विशेष भौगोलिक क्षेत्र या मूल देश को निर्दिष्ट करता है। शर्मा ने कहा कि जीआई का दर्जा बौद्धिक संपदा अधिकार (आईपीआर) का एक रूप है जो एक विशिष्ट भौगोलिक स्थान से उत्पन्न होने वाले और उस स्थान से जुड़े विशिष्ट प्रकृति, गुणवत्ता व विशेषताओं वाले सामान की पहचान करता है।