ऑनलाइन एग्जाम के बेहतर टिप्स
कीर्तिशेखर
जिस तरह से अब बार-बार क्वेश्चन पेपर लीक होने के मामले सामने आ रहे हैं, उससे सरकार और एक्सपर्ट विचार कर रहे हैं कि सभी परीक्षाओं को ऑनलाइन कर दिया जाए और ऐन परीक्षाओं के समय ही सीधे एग्जाम सेंटर में लगे कंप्यूटरों पर ही क्वेश्चन पेपर रिलीज किया जाए ताकि पेपर के लीक होने की आशंका ही न रहे। बहरहाल इस पर अभी बहस हो सकती है और अगर सभी पक्ष एकमत हो गये तो भी सभी परीक्षाओं के पूरी तरह से डिजिटल होने में हो सकता है कुछ दिन लग जाएं। लेकिन यह तय है कि अब हमेशा ऑफलाइन एग्जाम होना संभव नहीं रहा। आज नहीं तो कल, सभी तरह की परीक्षाएं ऑनलाइन और डिजिटल मोड से ही होनी हैं, इसलिए जितना जल्दी हो परीक्षार्थियों को खुद को डिजिटल मोड की परीक्षाओं के अनुकूल ढाल लेना चाहिए। दरअसल,ऑफलाइन की ही तरह से डिजिटल मोड में एग्जाम देते समय भी कुछ खास सतर्कताएं बरतनी होती हैं। तो जब ऑनलाइन एग्जाम हों तो अपनी प्रिपरेशन कैसे करें, जानिये इसके बारे में -
परीक्षा का प्रोडक्टिव माहौल
जब ऑनलाइन एग्जाम की तैयारी कर रहे हों तो एक प्रोडक्टिव रिविजन और एग्जाम इनवायरमेंट तैयार करें ताकि अच्छे से प्रिपरेशन हो सके। चूंकि एग्जाम आपको देना है और हो सकता है आपके घरवालों को ऑनलाइन एग्जाम जैसी चीज का कोई अनुभव न हो, इसलिए परिवारजनों को भी अपनी इस परीक्षा के तौर-तरीकों और संवेदनशीलता को बताएं। जब ऑनलाइन एग्जाम देना हो तब ऑनलाइन मॉक पेपर का ही अभ्यास करें। भले इसके लिए आपको किसी वेबसाइट को थोड़े ज्यादा पैसे चुकाने पड़ें। यदि आपको मल्टीपल एग्जाम देने हों तो बीच में ब्रेक लें और ऑनलाइन एग्जाम देने के लिए बैठने से पहले यह तय कर लें कि आप की ड्रेस कंफर्टेबल है। पढ़ाई काफी हद तक डिजिटल हो गयी है इसके बावजूद बड़ी तादाद में ऐसे छात्र मौजूद हैं, जिनके लिए ऑनलाइन एग्जाम देना एक नया अनुभव होता है।
वेबसाइट की मदद लें
ऑनलाइन एग्जाम देने के पहले इसकी अच्छी तैयारी बहुत जरूरी है। इंटरनेट में सैकड़ों ऐसी वेबसाइटें हैं, जो ऑनलाइन एग्जाम प्रिपरेशन कराती हैं। इसलिए अपनी जरूरत को समझकर या दोस्तों से सलाह लेकर अपने अनुकूल किसी वेबसाइट से कुछ दिन के लिए यह सर्विस हासिल कर लें और जब लगे कि आप ऑनलाइन एग्जाम के मामले में काफी दक्ष हो गए हैं, तो फिर फ्री एक्सरसाइज कराने वाली वेबसाइटों के जरिये अपनी तैयारी करें।
ऑनलाइन मोड को समझें
ऑनलाइन प्रिपरेशन करने के पहले यह समझ लें कि आखिर ऑनलाइन परीक्षा होती क्या है? यह दरअसल वर्चुअल एग्जाम होता है, जो कि कंप्यूटर डेस्कटॉप या फिर लैपटॉप पर दिया जाता है। कोई भी व्यक्ति किसी भी रिमोट लोकेशन से ऑनलाइन एग्जाम में शामिल हो सकता है। ऑनलाइन एग्जाम में काफी सुरक्षित और प्रोटेक्टिंग सॉफ्टवेयर की सहायता ली जाती है। कई ऑनलाइन परीक्षाओं में ह्यूमन असिस्टेंस यानी मानवीय मदद भी मौजूद रहती है। मगर ऑनलाइन एग्जाम में यूजर को सभी सवालों के जवाब सिस्टम जनरेटेड सॉफ्टवेयर में ही देने होते हैं। जैसे ही टेस्ट विंडो क्लोज हो जाती है, उसके साथ ही एग्जाम खत्म हो जाता है।
घर में एकांत स्थान
जब ऑनलाइन एग्जाम की तैयारी करें, तो सुनिश्चित करें कि आपके घर में इसके लिए अनुकूल वातावरण हो। इसके लिए जरूरी है कि आपके पास अपना एक कमरा हो या घर का कोई ऐसा कोना, जहां आपको कोई डिस्टर्ब न करें, वहीं बैठकर इसकी तैयारी करें। इस प्रिपरेशन के लिए एक टेबल या डेस्क की भी जरूरत होगी। अगर आपको किसी के साथ यह टेबल शेयर करनी हो तो आपके पास हेड फोन होने चाहिए ताकि आसपास के शोर से डिस्टर्ब न हों। जब घर में यह तैयारी करें तो घर के लोगों को बता दें कि इस दिन और इस समय आपकी ऑनलाइन परीक्षा है। अगर किसी वेबसाइट से मॉक टेस्ट की कोचिंग ले रहे हों तो उसके समय को भी घरवालों से बताकर रखें ताकि उस समय वे आपको डिस्टर्ब न करें।
पॉवर बैकअप व डाटा
लाइट बार-बार जाती है, तो इनवर्टर की व्यवस्था करें। संभव न हो तो कम से कम बैकिंग सिस्टम की व्यवस्था तो जरूर रखें और अगर एग्जाम लैपटॉप में देना हो तो तय करें कि उसका बैटरी बैकअप भी कम से कम डेढ़-दो घंटे का हो। जिस भी सॉफ्टवेयर में वास्तविक एग्जाम देना हो, कोशिश करें कि उसी सॉफ्टवेयर में मॉक टेस्ट का अभ्यास भी हो। अगर घर में वाईफाई नहीं भी है तो कम से कम इतना डाटा अपने पास सुरक्षित जरूर रखें कि दो परीक्षाएं आसानी दी जा सकें। -इ.रि.सें.