सावधान ! हड्डियों को निशाना बना रही डायबिटीज
विवेक शर्मा/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 4 अक्तूबर
डायबिटीज का प्रभाव अब केवल दिल, गुर्दे, आंखों, नसों और त्वचा तक सीमित नहीं रह गया है। हालिया शोध से यह स्पष्ट हुआ है कि यह बीमारी हड्डियों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर डाल रही है। डायबिटीज से पीड़ित लोगों की हड्डियां कमजोर होकर टूट रही हैं। हालिया अध्ययन में प्रकार 2 के डायबिटीज वाले मरीजों की हड्डियों की गुणवत्ता की तुलना नॉन-डायबिटिक समूह से की गई । शोध में यह सामने आया कि डायबिटीज मरीजों में हड्डियों के घनत्व में कमी, हड्डियों के टूटने की संभावना और अन्य हड्डी से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ गया है। पीजीआई के एंडोक्रिनोलॉजी विभाग के प्रो. डॉ. संजय कुमार भडाडा ने कहा कि डायबिटीज विशेष रूप से टाइप 2, हड्डियों पर गंभीर असर डाल रही है, जिससे फ्रैक्चर होने की संभावना बढ़ रही है। हाई ब्लड शुगर का स्तर हड्डियों की कोशिकाओं में बदलाव ला सकता है, जिससे उनकी संरचना कमजोर हो जाती है। इसके अलावा, इंसुलिन प्रतिरोध और उच्च रक्त शर्करा के स्तर के कारण हड्डियों में कैल्शियम का संतुलन भी बिगड़ सकता है। शोधकर्ताओं ने पाया कि लगभग 50% मरीजों में हड्डियों की घनत्व में कमी आई है, जिससे उनकी कमजोरी और टूटने की संभावना बढ़ गई है। प्रो. भडाडा ने बताया कि डायबिटीज से प्रभावित हड्डियों में सूजन और हड्डियों के निर्माण में वृद्धि भी देखने को मिलती है, जिससे उनकी कमजोरी का खतरा और बढ़ जाता है। उन्होंने सलाह दी कि इस स्थिति का पता चलते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और इलाज करवाएं।
यदि मरीजों को लगातार हड्डियों में दर्द हो रहा है, तो यह एक गंभीर संकेत हो सकता है। यदि चोट लगने पर हड्डियों में अधिक दर्द या सूजन हो, तो इसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर आहार लेना चाहिए। वजन उठाने वाले व्यायाम से हड्डियों की घनत्व में सुधार हो सकता है। ब्लड शुगर को नियंत्रित रखना जरूरी है।
ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखना जरूरी
डॉक्टर से नियमित रूप से जांच करवाना और ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखना आवश्यक है। डायबिटीज न केवल ब्लड शुगर के स्तर को प्रभावित करती है, बल्कि यह हड्डियों के स्वास्थ्य पर भी गंभीर असर डालती है। इसलिए, डायबिटीज के मरीजों को अपनी हड्डियों के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहना चाहिए और उचित कदम उठाने चाहिए। यदि इस समस्या को अनदेखा किया गया, तो हड्डियों में गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं।