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बांग्लादेश की संसद भंग, शीर्ष पदों पर सेना काबिज

06:49 AM Aug 07, 2024 IST
बांग्लादेश की संसद भंग  शीर्ष पदों पर सेना काबिज
ढाका में मंगलवार को प्रधानमंत्री आवास पर की गयी तोड़फोड़ के बाद स्थिति संभालते सैनिक और दाएं सामान लूटकर ले जाते स्थानीय लोग। - रॉयटर्स
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ढाका/नयी िदल्ली, 6 अगस्त (एजेंसी)
हिंसाग्रस्त बांग्लादेश में महत्वपूर्ण पदों पर सेना ही काबिज हो गयी है, जबकि सेना के शीर्ष पदों पर भी बड़ा फेरबदल किया गया है। राष्ट्रीय दूरसंचार निगरानी केंद्र के महानिदेशक मेजर जनरल जियाउल अहसन को सेवा से मुक्त कर दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद सैफुल आलम को विदेश मंत्रालय में नियुक्त किया गया है। लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद मुजीबुर रहमान को सेना प्रशिक्षण कमान का जीओसी नियुक्त किया गया। लेफ्टिनेंट जनरल अहमद तबरेज को सेना का क्वार्टरमास्टर जनरल, लेफ्टिनेंट जनरल मिजानुर रहमान शमीम को सेना का चीफ ऑफ जनरल स्टाफ, लेफ्टिनेंट जनरल मोहम्मद शाहीनुल हक को कमांडर एनडीसी और मेजर जनरल एएसएम रिदवानुर रहमान को एनटीएमसी का महानिदेशक नियुक्त किया गया है। इस बीच, बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने मंगलवार को संसद भंग कर दी। इस कदम ने देश में नए सिरे से चुनाव कराये जाने का रास्ता साफ कर दिया है। उधर, निर्वासित पीएम शेख हसीना किस देश में शरण लेंगी, इस पर संशय बरकरार है। पड़ोसी देश में व्याप्त व्यापक हिंसा पर भारत की पैनी नजर है। सीमा पर चौकसी बढ़ाई गयी है।
शेख हसीना कुछ दिन तक भारत में ही रह सकती हैं। इस बीच, ब्रिटेन सरकार ने बांग्लादेश में हिंसक घटनाओं की संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व में जांच कराये जाने की मांग की है। ब्रिटेन सरकार ने हसीना द्वारा राजनीतिक शरण मांगने की खबरों पर आधिकारिक टिप्पणी नहीं की। उधर, बताया जा रहा है कि अमेरिका ने हसीना का वीजा रद्द कर दिया है।

विरोध प्रदर्शनों में मरने वालों की संख्या 440 हुई बांग्लादेश में सरकार विरोधी प्रदर्शन में मरने वालों की संख्या मंगलवार को बढ़कर 440 हो गई। हिंसा प्रभावित देश में सेना स्थिति को नियंत्रित करने में जुटी हुई है। इस बीच, सेना ने गश्त बढ़ा दी है। प्रदर्शनकारियों ने राजधानी में स्थित हसीना के आवास ‘सुधा सदन’ और अन्य प्रतिष्ठानों पर हमला कर तोड़फोड़ और आगजनी की।

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भारतीय समुदाय के साथ लगातार संपर्क : जयशंकर

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बांग्लादेश की स्थिति पर पहले राज्यसभा में और बाद में लोकसभा में स्वत: संज्ञान लेकर दिए गए बयान में कहा, ‘हम राजनयिक मिशनों के माध्यम से बांग्लादेश में भारतीय समुदाय के साथ निरंतर संपर्क में हैं।’ उन्होंने कहा कि बांग्लादेश में एक अनुमान के अनुसार 19,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें 9,000 छात्र हैं। उन्होंने कहा कि ढाका में भारतीय उच्चायोग के अलावा चटगांव, राजशाही, खुलना और सिलहट में सहायक उच्चायोग हैं। जयशंकर ने कहा, ‘खबरें हैं कि विभिन्न संगठनों और समूहों ने उनकी सुरक्षा को लेकर कदम उठाए हैं। हम उनका स्वागत करते हैं। हम स्वाभाविक रूप से वहां कानून व्यवस्था की स्थिति बहाल होने तक चिंतित रहेंगे।

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अवामी लीग नेता के होटल में 24 को जिंदा जलाया

बांग्लादेश में एक इंडोनेशियाई नागरिक सहित 24 लोगों को भीड़ ने अवामी लीग पार्टी के एक नेता के स्वामित्व वाले एक होटल में जिंदा जला दिया। बताया गया कि सोमवार देर रात भीड़ ने जोशोर जिले में जिला अवामी लीग के महासचिव शाहीन चक्कलदर के स्वामित्व वाले जाबिर इंटरनेशनल होटल में आग लगा दी। जीवित बचे होटल कर्मचारियों को डर है कि मलबे में और भी शव हो सकते हैं।

सर्वदलीय बैठक में सभी दलों का सरकार को मिला समर्थन

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को एक सर्वदलीय बैठक में नेताओं को सूचित किया कि भारत ने बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को भविष्य की रणनीति तय करने के लिए समय दिया है। उन्होंने कहा कि हसीना अभी सदमे में हैं। सूत्रों के अनुसार, लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी समेत विभिन्न विपक्षी नेताओं ने इस मुद्दे पर सरकार को पूर्ण सहयोग देने की बात कही। सर्वदलीय बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, जदयू नेता राजीव रंजन सिंह ‘लल्लन’, केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी, द्रमुक के टीआर बालू, सपा के रामगोपाल यादव, टीएमसी के सुदीप बंदोपाध्याय और राकांपा की सुप्रिया सुले आिद वरिष्ठ नेताओं ने हिस्सा लिया।

राहुल ने पूछा- क्या इसमें पाकिस्तान का हाथ है

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को सरकार द्वारा बांग्लादेश के हालात पर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में सवाल किया कि क्या पड़ोसी देश के इस घटनाक्रम के पीछे विदेशी ताकतों, खासकर पाकिस्तान की कोई भूमिका हो सकती है। सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्री ने जवाब दिया कि इस पहलू को भी देखा जा रहा है।

गुरुद्वारों, मंदिरों की सुरक्षा सुनिश्चित करें : बिट्टू

केंद्रीय रेल एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने विदेश मंत्री एस जयशंकर को लिखे एक पत्र में कहा, ‘मैं आपसे आग्रह करता हूं कि ढाका स्थित ऐतिहासिक सिख मंदिरों जैसे गुरुद्वारा नानक शाही और गुरुद्वारा संगत टोला के साथ-साथ हिंदू मंदिरों की रक्षा के लिए सेना या बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के साथ इस मुद्दे को उठाएं।’

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