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पटाखों पर प्रतिबंध की उड़ीं धज्जियां, तीन साल में सबसे प्रदूषित दिवाली

07:05 AM Nov 02, 2024 IST
नयी दिल्ली में एक जगह दिवाली की रात पर आतिशबाजी का दृश्य (बाएं) एवं शुक्रवार को दिल्ली में छाई स्मॉग की मोटी परत। - मुकेश अग्रवाल

बारूद की ज़द में दिल्ली
नयी दिल्ली, 1 नवंबर (एजेंसी)
दिल्ली में शुक्रवार को धुंध की मोटी परत छाई रही और राष्ट्रीय राजधानी का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 362 दर्ज किया गया। दिवाली के दौरान लोगों ने दिल्ली में पटाखों पर लगे प्रतिबंध का जमकर उल्लंघन किया। इस बार दिल्ली में पिछले तीन साल में सबसे प्रदूषित दिवाली रही।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, बृहस्पतिवार को दिवाली पर दिल्ली का 24 घंटे का औसत एक्यूआई 330 दर्ज किया गया, जबकि 2023 में यह 218 और 2022 में 312 था। दिल्ली का एक्यूआई शुक्रवार को सुबह नौ बजे 362 यानी ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। उधर, दिल्ली में दिवाली पर आग लगने की 300 से अधिक घटनाएं सामने आईं। यह पिछले 13 साल में सबसे अधिक हैं। डीएफएस के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि बहुत ज्यादा पटाखे जलाने के कारण आग संबंधी घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है। 31 अक्तूबर को शाम पांच बजे से एक नवंबर को सुबह पांच बजे के बीच आग की अधिकांश कॉल प्राप्त हुई।

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तर्क अपने-अपने

ज्यादातर लोगों ने पटाखे नहीं जलाये, आभार : आप

दिल्ली के पर्यावरण मंत्री एवं आप नेता गोपाल राय ने कहा कि दिवाली पर राजधानी के ज्यादातर लोगों ने पटाखे नहीं जलाए और वह इसके लिए उनका आभार व्यक्त करते हैं, क्योंकि इसी से एक्यूआई को गंभीर श्रेणी में जाने से रोकने में मदद मिली।

खराब सड़कों के कारण बढ़ रहा प्रदूषण : भाजपा

भाजपा नेता एवं दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत में आप और अरविंद केजरीवाल की नाकामी के कारण वायु गुणवत्ता खराब हुई है। उन्होंने कहा कि आप सरकार प्रदूूषण की जिम्मेदार है।

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हरियाणा के 12 जिलों की आबोहवा भी ‘दमघोंटू’

चंडीगढ़ (ट्रिन्यू) : दिवाली पर हरियाणा में फोड़े गए पटाखों के धुएं से प्रदेश की आबोहवा बिगड़ गई है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे एनसीआर में लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है। हरियाणा के एक दर्जन से ज्यादा जिलों में एक्यूआई का स्तर ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया है। प्रदेश में धान के अवशेष (फाने) जलाने के 35 मामले सामने आए। इससे भी आबोहवा पर असर पड़ा। एनसीआर में गुरुग्राम और फरीराबाद में क्यूआई 400 के पार दर्ज किया गया है, जोकि सीधा सांसों पर असर डाल रहा है। केवल पलवल, चरखी-दादरी और नारनौल को छोड़कर अन्य जिलों में एक्यूआई खराब श्रेणी में दर्ज किया गया।

चंडीगढ़, पंजाब में भी हवा विकटतम

चंडीगढ़ (एजेंसी) : दिवाली के अगले दिन शुक्रवार को पंजाब के कई स्थानों पर एक्यूआई ‘खराब’ और ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ में भी एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा। चंडीगढ़ में एक्यूआई 303 दर्ज किया गया। पंजाब में, अमृतसर का एक्यूआई बहुत खराब श्रेणी में, 314 रहा। मंडी गोबिंदगढ़ में एक्यूआई 331, खन्ना में 308, जालंधर में 253, लुधियाना में 214 और पटियाला में 260 रहा।

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