बाइक सवार दंपत्ति पर गिरा छज्जा, पति की मौत, पत्नी घायल, मालिक पर केस दर्ज
पानीपत, 2 नवंबर (निस)
पानीपत शहर में पचरंगा बाजार चौराहे के पास जैन मौहल्ला में बृहस्पतिवार को एक जर्जर बिल्डिंग के छज्जे की ईंटें वहां से गुजर रहे एक बाइक सवार दंपति पर गिर गई। जिससे ईंटों के नीचे दबने से बाइक सवार पति की मौत हो गई और पत्नी घायल हो गई। बाइक सवार दंपति की पहचान गांव सुताना के सुशील कुमार उर्फ पप्पा पुत्र प्यारे लाल और उसकी पत्नी पूनम के रूप में हुई।
मृतक सुशील कुमार और उसकी पत्नी पूनम बाइक पर सवार होकर गांव सुताना से दीवाली के लिये बाजार से शापिंग करने आये थे। बताया जा रहा है कि जर्जर बिल्डिंग में निर्माण का काम चल रहा था और छज्जे की इंटें गिरने पर वहां पर काम कर रहे मजदूर भी भाग गये। वहीं बाइक सवार दंपति पर ईटें गिरने की सारी घटना वहां से कुछ दूरी पर लगे एक सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। घटना के बाद मौके पर बहुत से लोग एकत्रित हो गये और ईंटों के नीचे दबे पति-पत्नी को बाहर निकाला और सिविल अस्पताल में पहुंचाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने सुशील कुमार को मृत घोषित कर दिया और पूनम को सिविल अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।
हादसे की सूचना मिलने पर डीएसपी सतीश गौतम ने पुलिस टीम के साथ पहुंचकर मौका मुआयना किया गया।
मृतक सुशील कुमार उर्फ पप्पा पानीपत में जीटी रोड पर गांव करहंस के पास एक इंडस्ट्री में काम करता था। उसकी एक करीब 19 वर्षीय लड़की नैंसी व उससे छोटा लड़का 17 वर्षीय तुषार है, जबकि उसके पिता का पहले देहांत हो चुका है। वहीं बताया जा रहा है कि पहले बाइक पर कम ईटें गिरी तो बाइक गिर गई और सुशील तो बाइक के एक तरफ गिर गया और पूनम दूसरी तरफ गिर गई। उसी दौरान बहुत से ईंटें सुशील के उपर गिर गई, जबकि पूनम के दूसरी तरफ गिरने से उस पर ज्यादा ईंटें नहीं गिर पाई। बताया जा रहा है कि सुशील की तो मौके पर ही मौत हो गई थी।
परिजनों के आरोप
सिविल अस्पताल में दोपहर बाद करीब दो बजे पोस्टमार्टम करवाने पहुंचे परिजनों व ग्रामीणों ने बिल्डिंग मालिक व नगर निगम पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाये हैं। मृतक सुशील के चचेरे भाई हरिओम व अन्य परिजनों ने बताया कि जर्जर बिल्डिंग में जब काम चल रहा था तो वहां पर रास्ते को रोकना चाहिये था और जब बिल्डिंग की हालत इतनी जर्जर थी तो नगर निगम अधिकारियों द्वारा मकान मालिक को नोटिस देकर उसको गिरवाना चाहिये था। इसलिये इस हादसे के लिये बिल्डिंग का मालिक व नगर निगम जिम्मेदार है और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिये।