डीएवी स्कूल में बाल वीरों को किया गया याद
जींद (हप्र)
जींद के डीएवी पब्लिक स्कूल में बाल दिवस के अवसर पर कक्षा नर्सरी से यूकेजी श्रेणी तक के बच्चों का क्लास शो एवं कक्षा छठी से आठवीं तक के विद्यार्थियों की विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। इस मौके पर मुख्यातिथि हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति के निदेशक डॉ. डी.डी.विद्यार्थी ने अभिभावकों का ध्यान उन बच्चों की ओर भी खींचा ,जो देश और धर्म के लिए बलिदान हो गए थे। इनमें उन्होंने बाबा बंदा सिंह के चार साल के बेटे के धर्म बदलने से मना कर देने पर उसे बीच से चीर दिए जाने का खास उल्लेख किया। उन्होंने अपनी पुस्तकें नन्हें फरिश्ते और छोटे बच्चे बड़े बलिदान ऐसे बहादुर बच्चों को समर्पित की। स्कूल प्राचार्या रश्मि विद्यार्थी ने कहा कि बच्चों के लिए माता- पिता उनके भगवान होते हैं । ये छोटे- छोटे बच्चे मन के बहुत सच्चे होते हैं। इनको किसी से बैर भाव भी नहीं होता। बच्चे तो मिट्टी के कच्चे घड़े के समान होते हैं, जिनको किसी भी आकार में ढाला जा सकता है। उन्हें सही व सुंदर आकार देना माता- पिता व गुरु का प्रथम कर्तव्य है। इस कार्यक्रम में लगभग 250 बच्चों ने भाग लिया।