Bagmati Express Accident: मालगाड़ी से टकराई एक्सप्रेस ट्रेन के यात्री विशेष ट्रेन से दरभंगा रवाना
चेन्नई, 12 अक्टूबर (भाषा/एएनआई)
Bagmati Express Accident: चेन्नई के समीप कावरापेट्टई में बागमती एक्सप्रेस के शुक्रवार रात एक मालगाड़ी से टकरा जाने के कारण फंसे यात्री शनिवार को एक विशेष ट्रेन से दरभंगा रवाना हो गए। दक्षिणी रेलवे ने यह जानकारी दी।
रेलवे ने बताया कि ट्रेन संख्या 12578 मैसुरु-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस 11 अक्टूबर को रात करीब साढ़े आठ बजे एक खड़ी मालगाड़ी से टकरा गयी थी और यात्रियों को बसों से पोन्नेरी और फिर दो ईएमयू विशेष ट्रेन से चेन्नई सेंट्रल ले जाया गया।
यहां एक विज्ञप्ति में कहा गया है, ‘‘सभी यात्रियों के पहुंचने के बाद उन्हें दरभंगा जाने वाली विशेष ट्रेन में रवाना किया गया, जो अराक्कोणम, रेनीगुंटा और गुडुर होकर गुजरेगी।''
इसमें बताया गया है कि यात्रियों को भोजन के पैकेट और पानी उपलब्ध कराया गया और विशेष ट्रेन सुबह चार बजकर 45 मिनट पर रवाना हो गयी।
दक्षिणी रेलवे के महाप्रबंधक आर एन सिंह ने बताया, ‘‘उसे यहां (कावरापेट्टई स्टेशन) पर नहीं रुकना था। चालक उचित तरीके से सिग्नल का पालन कर रहा था, लेकिन ट्रेन को मुख्य लाइन में जाना था। इसके बजाय वह लूप लाइन में चली गयी, यहीं गड़बड़ी हुई।''
सिंह ने पत्रकारों केा बताया कि इसकी वजह जांच का विषय है। सात से आठ लोगों को चोटें आयी हैं और कोई हताहत नहीं हुआ है। इस बीच, दक्षिणी रेलवे ने इस मार्ग से गुजरने वाली सभी ट्रेनों का रास्ता बदल दिया है।
रेल दुर्घटनाओं को लेकर कब जागेगी सरकार, जवाबदेही ऊपर से शुरू होती है: राहुल गांधी
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने तमिलनाडु में हुए ट्रेन हादसे को लेकर शनिवार को सरकार पर निशाना साधा और कहा कि जवाबदेही शीर्ष स्तर से शुरू होती है तथा अनेक दुर्घटनाओं के बावजूद कोई सबक नहीं लिया गया।
उन्होंने यह सवाल भी किया कि आखिर कितने परिवारों के तबाह होने के बाद यह सरकार जागेगी? तमिलनाडु के पोन्नेरी-कावरापेट्टई रेलवे स्टेशनों के बीच चेन्नई-गुडूर रेलखंड पर ट्रेन संख्या 12578 मैसूर-दरभंगा एक्सप्रेस की पीछे से एक मालगाड़ी से टक्कर हो गई। इस हादसे में 19 लोग घायल हुए हैं।
राहुल गांधी ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘मैसूर-दरभंगा ट्रेन दुर्घटना भयावह बालासोर दुर्घटना को प्रतिबिंबित करती है। एक यात्री ट्रेन एक मालगाड़ी से टकरा गई। अनेक दुर्घटनाओं में कई लोगों की जान चले जाने के बावजूद कोई सबक नहीं लिया जाता। जवाबदेही सबसे ऊपर से शुरू होती है।'' उन्होंने सवाल किया कि आखिर कितने परिवारों के तबाह होने के बाद यह सरकार जागेगी?