विदाई पर बोले बदनौर-अंतिम 2 साल चुनौतीपूर्ण थे
चंडीगढ़/पंचकूला, 30 अगस्त (नस)
पंजाब के राज्यपाल और यूटी चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर ने पांच साल का कार्यकाल पूरा होने पर आज विदा हो गये। श्री बदनौर ने 22 अगस्त 2016 को पंजाब के राज्यपाल और केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के प्रशासक के रूप में पदभार ग्रहण किया था। अपने विदाई भाषण में भावुक हुए श्री बदनौर ने कहा कि पंजाब के राज्यपाल और यूटी के प्रशासक के रूप में वे प्रशासन के अधिकारियों के प्रति हमेशा ऋणी रहेंगे। उन्होंने कहा कि उनके 5 साल की यात्रा में पिछले 2 साल पूरी दुनिया के लिए बहुत ही कठिन और चुनौतीपूर्ण थे। चंडीगढ़ और पंजाब भी कोई अपवाद नहीं थे। साथ में हमने कई कठिन क्षणों का सामना किया लेकिन सर्वशक्तिमान की कृपा से हम पार हो गए। कहना होगा कि यह एक अच्छा टीम वर्क था। ट्राईसिटी की असल अवधारणा इस कोविड संकट के दौरान वस्तुतः देखी गई। उन्हें इस बात की खुशी है कि वे इसका हिस्सा बने। इस अवसर पर निवर्तमान राज्यपाल को पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह की ओर से जारी की गई ‘द राजभवन पंजाब ए ग्लोरियस जर्नी’ नामक एक कॉफी टेबल बुक भेंट की गयी, जिसमें 1947 से लेकर अब तक पंजाब के राज्यपालों के सभी महत्वपूर्ण कार्य और अन्य विवरण शामिल हैं। बदनौर ने पंजाब के मुख्यमंत्री को ‘मिनी रॉक गार्डन, ट्रिब्यूट टू पद्मश्री नेक चंद’ नामक एक अन्य पुस्तक भेंट की। वीपी सिंह बदनौर ने कहा कि वह आज एक लंबा भाषण नहीं देना चाहते लेकिन 5 साल पहले यहां आकर याद करना चाहेंगे। उन्हें यह भी याद है कि उनके शपथ ग्रहण समारोह में भारी बारिश हुई थी और सभी भीग गए थे। उन्हें समारोह छोड़ना पड़ा और चाय भी नहीं पी सके थे लेकिन यह बहुत शुभ लग रहा था।