Bachelor of Pharmacy Result : अभिषेक मलिक 73.8 फीसदी अंक हासिल कर बने कॉलेज टॉपर, राहुल पाल दूसरे व चिराग रहे तीसरे स्थान पर
सोनीपत, 08 मई
Bachelor of Pharmacy Result : पूर्ण मूर्ति कॉलेज ऑफ फार्मेसी, कामी रोड के विद्यार्थियों ने पंडित बीडी शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज, रोहतक की ओर से आयोजित बैचलर ऑफ फार्मेसी (बी.फार्मा.) छठे सेमेस्टर की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन कर संस्थान का नाम रोशन किया है।
यूनिवर्सिटी की तरफ से परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद कैंपस में खुशी की लहर है। पूर्ण मूर्ति कॉलेज ऑफ फार्मेसी के विद्यार्थी अभिषेक मलिक 73.8 फीसदी अंक पाकर अपने कॉलेज में पहले स्थान पर रहे। उसने कुल 750 में 554 अंक हासिल किए। वहीं राहुल पाल ने 73.4 फीसदी अंक लेकर दूसरा व चिराग ने 72.8 फीसदी पाकर तीसरा स्थान पाया। कैंपस में इन विद्यार्थियों का जोरदार स्वागत किया गया।
पूर्ण मूर्ति कैंपस के चेयरमैन डॉ.विजयपाल नैन, सचिव गौतम नैन, कोषाध्यक्ष भोपाल सिंह, प्रबंधक निदेशक कपिल भाटिया, एमडी इंजी.संघदीप शाक्य, डायरेक्टर एकेडेमिक्स डा.स्वीटी, डायरेक्टर ट्रेनिंग नवदीप मेहता, कैंपस डायरेक्टर कुलदीप, रजिस्ट्रार कंवलजीत सिंह संधू, डीन अकादमिक संदीप कुमार, लॉ कॉलेज के डायरेक्टर डा.टीसी राणा, फार्मेसी कॉलेज की डायरेक्टर डा.सुनीता व प्राध्यापिका सुमिता ने सेमेस्टर परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की।
देश व विदेशों में फार्मासिस्ट और फार्मेसी पेशेवरों की लगातार बढ़ रही है मांग: डॉ.विजयपाल नैन
डॉ.विजयपाल नैन ने कहा कि फार्मेसी के विद्यार्थियों ने अपने प्राध्यापकों के मार्गदर्शन में कड़ी मेहनत की है। उन्होंने छठे सेमेस्टर की परीक्षा में छात्रों की शानदार सफलता के लिए उनके प्राध्यापकों को भी बधाई दी। उन्होंने कहा कि बैचलर ऑफ फार्मेसी एक चार वर्षीय स्नातक डिग्री कोर्स है जो दवाओं, उनकी संरचना, प्रभावों और उपयोगों के अध्ययन को कवर करता है। उन्होंने कहा कि फार्मेसी की डिग्री हासिल करते ही छात्रों के लिए करियर के बेहतर अवसर उपलब्ध हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि देश व विदेशों में फार्मासिस्ट और फार्मेसी पेशेवरों की मांग लगातार बढ़ रही है। भारत में फार्मास्युटिकल उद्योग का आकार मौजूदा करीब 65 बिलियन डॉलर से बढ़कर 2030 तक 130 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। बैचलर ऑफ फार्मेसी जैसे कोर्स करने से विद्यार्थियों के लिए घरेलू और वैश्विक बाजारों में बहुत सारे अवसर और संभावनाएं खुल सकती हैं। फार्मेसी और हेल्थकेयर सेक्टर में वे अपनी रुचि और पसंद के आधार पर फार्मासिस्ट, क्लिनिकल फार्मासिस्ट, रिसर्च फार्मासिस्ट, रेगुलेटरी फार्मासिस्ट, हॉस्पिटल फार्मासिस्ट आदि के रूप में काम कर सकते हैं।