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बूथ योद्धा के जरिये बबली करेंगे ‘रायशुमारी’, पांच दिन चलेगा मंथन

10:22 AM May 09, 2024 IST
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दिनेश भारद्वाज/ट्रिन्यू
चंडीगढ़, 8 मई
हरियाणा में लोकसभा चुनाव के बीच राजनीतिक उठापटक बढ़ गई है। सवा चार वर्षों से भी अधिक समय तक भाजपा के साथ गठबंधन सहयोगी रही जजपा में भी बड़ा ‘धमाका’ हो सकता है। दस विधायकों वाली जजपा के छह विधायक इन दिनों ‘पार्टी लाइन’ से अलग चल रहे हैं। इनमें से तीन विधायक, जहां भाजपा के साथ नजर आ रहे हैं, वहीं दो विधायकों का कांग्रेस में जाना लगभग तय हो
चुका है। एक विधायक अभी दुविधा में हैं।
मनोहर सरकार में जजपा कोटे से विकास एवं पंचायत मंत्री रहे और टोहाना विधायक देवेंद्र सिंह बबली ने भी अब हलके के लोगों से ‘रायशुमारी’ करने का फैसला लिया है। जजपा सुप्रीमो डॉ़ अजय चौटाला और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के बीच बबली का कई बार वाकयुद्ध हो चुका है। बबली के तेवरों से स्पष्ट है कि वे अब जजपा में रहकर राजनीति नहीं करेंगे।
नयी राजनीतिक लाइन तय करने के लिए ही उन्होंने बूथ स्तर पर बनाई गई 21-21 सदस्यों की कमेटी की बैठकें शुरू करने का निर्णय लिया है।
11 मई से वे हलके में फीडबैक के लिए बैठकें शुरू करेंगे और पांच दिनों तक उनकी मैराथन बैठकें होंगी। दरअसल, बबली ने ‘बूथ योद्धा’ नाम से खुद का संगठन खड़ा किया है। पांच हजार के करीब सक्रिय लोग बबली ने बूथ स्तर पर तैनात किए हैं।
हलके को उन्होंने तीन ब्लॉक में बांटा है। ‘ए’ ब्लाक में टोहाना शहर है और ‘बी’ ब्लॉक में टोहाना और भूना के गांव हैं। वहीं ‘सी’ ब्लॉक में उन्होंने जाखल और इसके साथ लगते गांवों को शामिल किया है। इन ब्लॉक के अलग से इंचार्ज बनाए हैं।
अपने समर्थकों के बीच जाकर वे उनका मन टटोलेंगे। 2019 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का टिकट नहीं मिलने के बाद जब जजपा की ओर से उन्हें टिकट का ऑफर आया तो उस समय भी उन्होंने अपनी इसी टीम से विचार-विमर्श के बाद फैसला लिया था। अब आगे वे भाजपा में शामिल होंगे, कांग्रेस में जाएंगे या फिर निर्दलीय चुनावी रण में उतरेंगे, इसका फैसला भी वे अपने इन्हीं साथियों से विचार-विमर्श के बाद करेंगे। हालांकि, अभी तक उनका रुझान भाजपा के प्रति ही सॉफ्ट नजर आ रहा है।

वोटिंग के बाद बबली करेंगे फैसला

बबली द्वारा बूथ स्तर पर बनाए गए 5 हजार पदाधिकारियों से वोटिंग करवाई जाएगी। वोटिंग के हिसाब से बबली आगे का फैसला करेंगे। टोहाना हलके में कुल 235 बूथ हैं और हर बूथ पर 21 पदाधिकारी बनाए हुए हैं।

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ईश्वर सिंह व काला जाएंगे कांग्रेस में!

जजपा के दो विधायक- गुहला से ईश्वर सिंह और शाहाबाद से रामकरण काला के कांग्रेस में जाने की प्रबल संभावना है। ईश्वर सिंह की पूर्व केंद्रीय मंत्री व सिरसा से कांग्रेस प्रत्याशी कुमारी सैलजा के साथ कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। कांग्रेस में सक्रिय रहते हुए ईश्वर सिंह की गिनती सैलजा के नजदीकियों में हुआ करती थी। रामकरण काला पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के मार्फत कांग्रेस ज्वाइन कर सकते हैं। उनके दोनों बेटों को हुड्डा कांग्रेस ज्वाइन करवा चुके हैं। बुधवार को रामकरण काला ने भी मीडिया से बातचीत में स्पष्ट कर दिया कि वे जल्द ही कांग्रेस में एंट्री करेंगे।

दुष्यंत सहित चार विधायक एकजुट

वर्तमान में जजपा के 4 विधायक ही एकजुट नजर आ रहे हैं। इनमें उचाना कलां से खुद पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और बाढड़ा से उनकी माता नैना चौटाला शामिल हैं। नैना हिसार से लोकसभा का चुनाव लड़ रही हैं। उकलाना विधायक अनूप धानक और जुलाना विधायक अमरजीत सिंह ढांडा दुष्यंत के साथ बने हुए हैं। दुष्यंत ने अनूप धानक को जजपा कोटे से मनोहर सरकार में करीब सवा चार वर्षों तक मंत्री बनाए रखा। हालांकि, बाकी के छह विधायक भी अगर दलबदल की कोशिश करते हैं तो पहले उन्हें विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना होगा। बिना इस्तीफे के वे भाजपा या कांग्रेस में शामिल होते हैं तो दल-बदल कानून के तहत उनकी सदस्यता जाएगी। ऐसे में पूर्व विधायक के तौर पर उन्हें मिलने वाली पेंशन पर भी असर पड़ सकता है।

सुरजाखेड़ा ने शेयर किया भाजपा का मंच

सीएम नायब सिंह सैनी ने बुधवार को सिरसा संसदीय क्षेत्र के नरवाना हलके में विजय संकल्प रैली की। रैली में यहां से जजपा विधायक रामनिवास सुरजाखेड़ा न केवल भाजपा का मंच शेयर करते नज़र आए, बल्कि उन्होंने भाजपा प्रत्याशी अशोक तंवर के लिए वोट की अपील भी की। इससे पहले जब भाजपा ने सुभाष बराला को राज्यसभा में भेजा था तो सुरजाखेड़ा ने उनके अभिनंदन के होर्डिंग्स हलके में लगवाए थे। पूर्व सीएम मनोहर लाल और भाजपा के समर्थन में सुरजाखेड़ा कई बार बयान दे चुके हैं। उनकी भाजपा में एंट्री लगभग तय मानी जा रही है।

रणजीत सिंह के समर्थन में सिहाग

बरवाला से जजपा विधायक जोगीराम सिहाग का मन अब जजपा से ‘खट्टा’ हो चुका है। वे कई बार जजपा नेतृत्व पर सवाल उठा चुके हैं। पिछले दिनों उन्होंने हिसार से भाजपा प्रत्याशी चाै. रणजीत सिंह का समर्थन करने का ऐलान कर दिया था। इतना ही नहीं, जोगीराम सिहाग बरवाला हलके में रणजीत सिंह के लिए काम कर रहे हैं और लोगों के बीच जाकर उनके लिए वोट की अपील कर रहे हैं। उनके भाजपा में जाने की अटकलें हैं।

गौतम ने बनाया सस्पेंस

जजपा के नारनौंद विधायक रामकुमार गौतम और पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का कई बार विधानसभा में टकराव हो चुका है। अब दोनों खुलकर एक-दूसरे के खिलाफ बोल रहे हैं। इतना तय है कि दादा गौतम आगे की राजनीति जजपा में नहीं करेंगे। उन्होंने अपने अगले राजनीतिक कदम को लेकर सस्पेंस बनाया हुआ है। पहले इस तरह की अटकलें थी कि वे भाजपा में शामिल हो सकते हैं, लेकिन फिलहाल उन्होंने चुप्पी साधी हुई है। बेशक, भाजपा के प्रति वे काफी सॉफ्ट हैं, लेकिन राजनीतिक फैसला लेने में इसलिए भी देरी हो रही है क्योंकि नारनौंद से भाजपा के कद्दावर नेता कैप्टन अभिमन्यु विधायक रह चुके हैं। अगला चुनाव भी अभिमन्यु लड़ेंगे।

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